यूरोपीय संघ की विदेश मामलों और सुरक्षा नीतियों की उच्चायुक्त कैथरीन एश्टन ने कहा कि ईरानी परमाणु वार्ता को चार महीने के लिए बढ़ाया जाएगा, क्योंकि इसमें शामिल देशों के बीच मुख्य मुद्दों पर मतभेद बरकरार हैं. ईरान और विश्व के छह देश 24 नवंबर को जेनेवा में अंतरिम समझौते की वैधता के आधार पर अवधि बढ़ाने केलिए सहमत हुए हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, एश्टन ने कहा, 'हमने कुछ मुद्दों पर ठोस प्रगति की है. कुछ मुख्य मुद्दों पर अब भी मतभेद हैं जिसके लिए और समय व प्रयास की जरूरत है.'
20 जनवरी को प्रभावी हुए छह महीने के समझौते के तहत ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े करीब एक दशक पुराने विवाद के निपटारे के लिए कूटनीतिक वार्ता का समय बढ़ाने का प्रावधान किया गया था.
इस समझौते के तहत ईरान कुछ प्रतिबंधों से राहत के बदले में अपनी कुछ परमाणु गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए तैयार हो गया था.