दिल्ली-लखनऊ के बीच चलने वाली देश की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस का संचालन अगले महीने से शुरू हो जाएगा. भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) की ओर से संचालित की जाने वाली इस ट्रेन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले महीने 4 अक्टूबर को लखनऊ से हरी झंडी दिखाएंगे.
लखनऊ से दिल्ली चलने वाली यह ट्रेन महज 6 घंटे 15 मिनट में अपना सफर तय करेगी. दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस के बाद जल्द ही अहमदाबाद से मुंबई के लिए चलने वाली तेजस एक्सप्रेस शुरू की जा सकती है.
अगले महीने से दिल्ली से लखनऊ के बीच पटरी पर दौड़ने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन पूरी तरह से आईआरसीटीसी के हाथ में होगा. इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को कई तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. यह पहली बार है जब निजी कंपनी की ओर से रेलवे की किसी ट्रेन का संचालन किया जाएगा.
तेजस एक्सप्रेस में कुल 758 यात्री सफर कर सकेंगे. इस ट्रेन में एक एक्जिक्यूटिव क्लास वातानुकूलित चेयर कार होगी जिसमें 56 सीटें होंगी और 9 वातानुकूलित चेयर कार होंगी जिनमें प्रत्येक में 78 सीटें होंगी.
सुबह 6 बजे से चलेगी तेजस
माना जा रहा है कि तेजस एक्सप्रेस सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर लखनऊ से रवाना होगी जो दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर नई दिल्ली पहुंचेगी. अपने सफर के दौरान ट्रेन 2 जगहों (कानपुर सेंट्रल और गाजियाबाद) पर रुकेगी.
वहीं तेजस नई दिल्ली से लखनऊ के लिए शाम साढ़े 4 बजे से रवाना होगी जो रात पौने 11 बजे लखनऊ पहुंचेगी.
भारतीय रेल के अनुसार, आईआरसीटीसी को सौंपी गई इन ट्रेनों में टिकट जांचने का काम रेलवे स्टाफ की ओर से नहीं किया जाएगा. हालांकि, इन ट्रेनों का एक अलग तरह का नंबर होगा और इन्हें रेलवे स्टाफ-लोको, पायलट, गार्ड और स्टेशन मास्टर द्वारा परिचालित किया जाएगा. कहा जा रहा है कि इन ट्रेन की सेवाएं शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों जैसी ही होंगी.
तेजस एक्सप्रेस में सुरक्षा और बेहतर गति समेत कई तरह की लग्जरी सुविधाएं दी गई हैं. इस ट्रेन के यात्रियों के लिए हेडफोन, बोर्ड वाईफाई, मॉड्यूलर बायो-शौचालय, आरामदायक सीटें आदि व्यवस्थाएं की गई हैं. तेजस एक्सप्रेस की खिड़कियों में स्वचालित पर्दे लगाए गए हैं.