रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए रेलवे पूरी तरह से प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में सरकारी कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंसी राइट्स (आरआईटीईएस) लिमिटेड अब रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए बनाई जाने वाली परियोजनाओं के लिए अपनी सलाह देगा. राइट्स ने इसके लिए भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
आईआरसीटीसी ने राइट्स (आरआईटीईएस) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत राइट्स निर्माण कार्य करने वाली एजेंसियों के चयन के लिए बोली प्रक्रिया के प्रबंधन के अलावा परियोजनाओं के लिए डिजाइन और इंजीनियरिंग का कार्य करेगा. भारतीय रेल का एक मिनी रत्न कहे जाने वाली कंपनी आईआरसीटीसी उच्च गुणवत्ता वाले खानपान, पर्यटन और टिकट सेवा प्रदान करने से लेकर यात्रियों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं में सुधार करने के लिए अपने कार्य क्षेत्र का विस्तार कर रही है.
हाल ही में भारतीय रेलवे ने मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर का बेहतर इस्तेमाल करने के लिए अपने विश्रामालय और शयन गृह के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी को सौंपने का फैसला किया है. आईआरसीटीसी इन सुविधाओं को चरणबद्ध तरीके से पूरा करने, उनकी मरम्मत और नवीनीकरण करने और उन्हें यात्रियों के लिए उपलब्ध कराने के लिए खुद को तैयार कर रहा है. समझौता ज्ञापन के तहत, आईआरसीटीसी, परियोजना दर परियोजना के आधार पर, रेलवे स्टेशन पर कार्यों और संबद्ध सुविधाओं के लिए, जरूरत के अनुसार, राइट्स को योजना, डिजाइन, निविदा, निर्माण और पर्यवेक्षण, निरीक्षण और कमीशन सहित सभी कार्यों को सौंप देगा.
राइट्स रेलवे स्टेशनों पर साइट सर्वेक्षण करेगा और परियोजना के लिए मास्टर प्लान, डिजाइन और नक्शा और बजट अनुमान तैयार करेगा. यह बोली प्रक्रिया के लिए परियोजना विनिर्देशों, निविदा अनुसूची और दस्तावेज भी तैयार करेगा और ठेकेदारों के चयन करने में आईआरसीटीसी की मदद करेगा.
राइट्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव मेहरोत्रा के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले आईआरसीटीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. एके मनोचा ने कहा कि वे विकास कार्यों में तेजी लाने की प्रक्रिया में हैं और सुनिश्चित करेंगे कि सभी परियोजनाएं समय पर पूरी हो. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य रेल यात्रियों के लिए उच्चतम गुणवत्ता सेवाओं और सुविधाओं को सुनिश्चित करना है और अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए हमारा इरादा यह सुनिश्चित करना भी है कि सभी बुनियादी सुविधाओं के उन्नयन और आतिथ्य सेवा विश्व स्तर के हों. आईआरसीटीसी के सीएमडी ने कहा कि वह ए-1 तथा ए श्रेणी के सभी स्टेशनों के 408 प्रतीक्षा गृहों को लेने को तैयार है, बशर्ते यह रेलवे की ओर से सौंपा जाता है.