रेल यात्रियों को रेडी टू ईट मील मुहैया कराने के लिए आईआरसीटीसी ने कमर कस ली है. इसके लिए रेलवे पीएसयू आईआरसीटीसी रेडी टू ईट मील को बनाने के लिए देशभर में चार कारखाने खोलने की तैयारी में है. इस तरह का पहला कारखाना दिल्ली-एनसीआर में और दूसरा कारखाना अहमदाबाद में खोलने की योजना पर आईआरसीटीसी ने मन बना लिया है.
दरअसल आईआरसीटीसी ने हाल ही में रेडी टू ईट मील के 32000 पैक पायलट स्कीम के तहत बनवाए और इसे लोगों को खिलाकर देखा. लोगों का रिस्पांस देखकर आईआरसीटीसी के सीएमडी ए. के. मनोचा काफी उत्साहित हैं और उनका मानना है कि रेडी टू ईट मील को लोग हाथों हाथ लेंगे.
वेज-नॉन वेज दोनों विकल्प मौजूद
आईआरसीटीसी ने रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में 50 रुपये में चिकन बिरयानी और 40 रुपये में राजमा चावल बेचने का प्लान बनाया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्रालय अक्टूबर के महीने से देश के सभी ए और ए वन कैटेगरी स्टेशनों पर रेडी टू ईट सर्विस की शुरुआत करने जा रहा है, जिसके तहत यात्रियों को वेज और नॉन वेज डिशेज के ढेरों ऑप्शन मिलेंगे, वो भी सस्ते दामों पर.
6 महीने तक ताजा रहता है खाना
रेडी टू ईट मेन्यू में मटर पनीर 45 रुपये में, मिक्सड वेजीटेबल बिरयानी 40 रुपये में, लेमन राइस 40 रुपये में और वीट उपमा 40 रुपये में मिलेगा. इस खास सर्विस के लिए आईआरसीटीसी ने डीआरडीओ के साथ रिटोर्ट टेक्नोलॉजी ट्रासंफर के लिए एग्रीमेंट किया है. रिटोर्ट टेक्नोलॉजी के जरिए खाना 6 महीने तक ताजा रखा जा सकता है.
नई दिल्ली स्टेशन पर मिल रहा रेडी टू ईट खाना
इस पूरी स्कीम की औपचारिक शुरुआत अक्टूबर के महीने से की जाएगी लेकिन लोगों में इसके प्रचार की शुरुआत रेलवे ने अभी से कर दी है. इस वक्त नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जहां जन आहार के स्टॉल पर रेडी टू ईट खाना भी बेचा जा रहा है, यात्रियों के लिए यहां अलग-अलग वैरायटी मौजूद है. इस सर्विस के प्रचार के दौरान चिकन बिरयानी हो या दाल चावल या फिर राजमा चावल सब कुछ 32 रुपये में दिया जा रहा है. लेकिन ये दाम सिर्फ रेडी टू ईट के प्रमोशन के लिए है.
आपको बता दें कि रेडी टू ईट मील के लिए आईआरसीटीसी ने आईटीसी और एमटीआर समेत दूसरी कंपनियों से भी बात की थी, लेकिन कंपनियों की तरफ से ज्यादा दाम लगाए जाने की वजह से डील नही हो पाई.
पहले 6 महीने एक ही रहेंगे रेट
आईआरसीटीसी के सीएमडी के मुताबिक जो चिकन बिरयानी आईआरसीटीसी 50 रुपये में बेचने की तैयारी कर रहा है. उसके लिए प्राइवेट कंपनियों ने 85 रुपये कीमत रखी थी. आईआरसीटीसी के मुताबिक पहले 6 महीने तक यही रेट रखा जाएगा. ऐसा अनुमान है कि रेडी टू ईट मील की प्रतिदिन खपत पहले छह महीनों में ही 1 लाख पैक से ऊपर जा सकती है. लिहाजा आईआरसीटीसी ने रेडी टू ईट मील के लिए कारखाना डालने की योजना को आगे बढ़ा दिया है. जल्द ही आईआरसीटीसी के रेडी टू मील पैक बाजार में उपलब्ध होंगे.