तेज गेंदबाज इरफान पठान कानपुर टेस्ट में भारत के लिए 100वीं टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभाने वाले श्रीसंत की वापसी से काफी खुश हैं और घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश में जुटे हैं. कंधे की चोट के कारण वह कॉरपोरेट ट्रॉफी और चैलेंजर सीरीज में नहीं खेल पाए थे, लेकिन अब उन्होंने रणजी ट्रॉफी मैचों में वापसी की है. बड़ौदा का यह कप्तान हालांकि टीम के पहले मैच में नहीं खेल पाया था.
इरफान ने कहा, ‘‘श्रीसंत ने शानदार वापसी की. घरेलू टूर्नामेंट में भी वह बढ़िया प्रदर्शन कर रहा था और राष्ट्रीय टीम में आकर ऐसा प्रदर्शन करना सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायी होता है. मैं भी ऐसी ही वापसी चाहता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘रणजी मैच से पहले मैं श्रीसंत से मिला था और अभ्यास के दौरान उसकी ‘बॉडी लैंग्वेज’ और गेंदबाजी देखकर अच्छा लगा. कोई भी खिलाड़ी अगर टीम इंडिया में ऐसी वापसी करता है, तो इससे आपको विश्वास मिलता है कि आप भी शानदार खेलकर राष्ट्रीय टीम में जगह बना सकते हैं.’’
इरफान ने कहा कि वह कंधे की चोट से उबर चुके हैं और उनका पूरा ध्यान गेंदबाजी पर लगा है. उन्होंने बड़ौदा की तरफ से तीन में से दो मैच खेले हैं, जिसमें 26 और 19 ओवर गेंदबाजी कर तीन-तीन विकेट हासिल किए तथा एक अर्धशतक समेत 154 रन भी बनाए. इरफान ने पिछला टेस्ट अहमदाबाद में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अप्रैल, 2008 में और इस साल फरवरी में श्रीलंका के खिलाफ अंतिम वनडे श्रृंखला खेली थी. बड़ौदा के कप्तान ने कहा, ‘‘सभी खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए खुद को निखारते हैं और घरेलू मैचों से बढ़िया मौका कहीं नहीं मिलता. मैं प्रत्येक मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा हूं, जिससे चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित कर भारतीय टीम में शामिल हो सकूं.’’
कंधे की चोट के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘अब पूरी तरह फिट हूं, कहीं कोई समस्या नहीं है. मैंने दूसरे मैच में 26 ओवर और फिर अगले मुकाबले में 19 ओवर फेंके. एक अर्धशतक भी जड़ा.’’ भारत ने श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला के कानपुर में दूसरे टेस्ट में अपनी 100वीं टेस्ट जीत दर्ज की, लेकिन इस टीम का हिस्सा नहीं होने से वह थोड़े निराश तो हैं, लेकिन टीम इंडिया की उपलब्धि से काफी खुश हैं. भारत के लिए 29 टेस्ट में 100 विकेट और एक शतक समेत 1105 रन बना चुके तथा 107 वनडे में 152 विकेट हासिल करने के अलावा 1368 रन जोड़ चुके इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘हां, अगर टीम का हिस्सा होता तो अच्छा होता. लेकिन टीम की 100वीं टेस्ट जीत देखकर खुशी हुई. सभी क्रिकेटरों के प्रयास से यह सब हुआ है और मैं भी अच्छा खेलकर टीम में शामिल होना चाहता हूं.’’