महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को बुधवार को उस वक्त तगड़ा झटका लगा, जब उसके विधायक हर्षवर्धन जाधव ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उनका आरोप है कि उन्हें पार्टी में अलग-थलग कर दिया गया है.
औरंगाबाद के कनाड से विधायक जाधव ने संवाददाताओं को बताया, ‘बतौर विधायक, मैंने इस्तीफा दे दिया है और मैंने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वलसे पाटील को भेज दिया है.’
पार्टी नेतृत्व से नाराज जाधव ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व एक मंडली से घिरा हुआ है जो निर्णयों को प्रभावित कर रही है.’
उन्होंने कहा, ‘मेरे खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है और महत्वपूर्ण निर्णय प्रक्रियाओं से मुझे अलग-थलग रखा जा रहा है. पार्टी मेरे खिलाफ काम कर रही है और मेरे राजनीतिक विरोधियों से हाथ मिला रही है.’
जाधव ने हालांकि कहा कि वह किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे और अगला विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ेंगे.
जाधव के इस्तीफे के बाद विधानसभा में मनसे सदस्यों की संख्या 11 रह जाएगी. गत विधानसभा चुनाव में मनसे के कुल 13 उम्मीदवार विजयी हुए थे. इनमें पुणे के रमेश वंजाले की गत वर्ष मृत्यु हो गई थी.