कांग्रेस नरेंद्र मोदी पर ताबड़ तोड़ हमला करने में जुट गई है. केंद्रीय कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने पहले तो नरेंद्र मोदी के विजन पर ही सवाल उठा दिया फिर उन्होंने मोदी को खुली बहस की चुनौती दी है.
कपिल सिब्बल ने कहा, 'मैं मोदी को खुली बहस की चुनौती देता हूं. दिन, समय, जगह और विषय वो तय करें. वे जिस भाषा में चाहेंगे उसमें चर्चा होगी. मैं तैयार हूं पर मैं जानता हूं कि वो कभी ऐसा नहीं करेंगे. आज तक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर सके वो मुझसे क्या बहस करेंगे?'
मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वो पीएम बनने के लिए तो बेहद उत्सुक हैं पर पारदर्शिता और जवाबदेही में विश्वास नहीं करते.
उन्होंने मोदी की रैलियों में हो रहे खर्चों पर भी सवाल उठाया. कपिल सिब्बल ने कहा, 'मोदी भव्य मंचों से भाषण दे रहे हैं. उनकी पार्टी काले धन का विरोध करती है जो अच्छी बात है. पर यह भी तो पता लगाएं कि इन रैलियों में खर्च किए जा रहे 10-15 करोड़ रुपये कहां से आ रहे हैं.'
आपको बता दें कि अब तक नरेंद्र मोदी अपनी रैलियों में 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा देते रहे हैं. कपिल सिब्बल ने मोदी के इस नारे पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश को बर्बाद किया पर किस आधार पर? यूपीए सरकार ने एनडीए से ज्यादा विकास किया. चाहे वह शिक्षा हो या फिर जीडीपी.'
मोदी पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा, 'दरअसल नरेंद्र मोदी निरंतर विरोधी हैं. उनकी बस एक ही नीति है, विरोध...विरोध और सिर्फ विरोध. उनके बारे में कुछ सकारात्मक नहीं है. देश के लिए उनका विजन क्या है? वो विजन अच्छा है या बुरा, ये दूसरी बात है. पर अहम सवाल यह है कि क्या उन्होंने अब तक देश के लिए अपना विजन लोगों के सामने रखा है.'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस की अपनी नीति है, विचारधारा है पर बीजेपी या नरेंद्र मोदी के पास ये सब नहीं है. मोदी का कोई विजन नहीं है. अगर होता तो वो इसे गुजरात में लागू करते. 2014 का चुनाव मुद्दों पर आधारित होना चाहिए. एक-दूसरे पर सिर्फ टीका-टिप्पणी ही मुद्दा नहीं होना चाहिए.'
कपिल सिब्बल के इस वार पर बीजेपी ने पलटवार किया. राज्यसभा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये वही सिब्बल हैं जिन्होंने 2जी घोटाले पर जीरो लॉस की थ्योरी दी थी. वो पहले मुझसे बहस कर लें फिर मोदी के बारे में सोच सकते हैं.'