दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन ISIS ने भारत में भी पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. IS ने गोवा और महाराष्ट्र में विदेशियों और डिफेंस के अहम संस्थानों को निशाने बनाने का प्लान बनाया था.
भारत में पकड़े गए IS ग्रुप के चीफ ने पूछताछ के दौरान ये खुलासा किया है. महाराष्ट्र के एंटी-टेररिज्म स्क्वाड(ATS) ने जांच के दौरान पाया कि शफी अरमार उर्फ युसुफ ने ISIS में शामिल होने के लिए इंडियन मुजाहिद्दीन(IM) का साथ छोड़ दिया था और भारत के युवकों को ISIS से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई थी. युसुफ ने ISIS की भारतीय विंग के मुखिया मुदब्बिर शेख, उसके डिप्टी खालिद अहमद अली नवाजुद्दीन उर्फ रिजवान और उनके अंडर में काम कर रहे लोगों के जरिए सेना के बड़े संस्थानों पर हमले का बड़ा प्लान बनाया था.
सूत्रों के मुताबिक खालिद से एक सुरक्षित घर तलाशने के लिए कहा गया था जबकि युसुफ ने मोहसीन इब्राहिम सईद नाम के एक कार चोर से सेना की कारें चुराने के लिए कहा था ताकि सेना के संस्थानों पर हमले के लिए उनका इस्तेमाल किया जा सके. खालिद गोवा में एक रिअल्टी ब्रोकर के साथ संपर्क में था और उसने मडगांव में 10,000 रुपये पर किराये का मकान भी लिया.
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि उसने तीन महीने के एडवांस के तौर पर 1.15 लाख रुपये का भुगतान भी किया था.
सूत्रों ने बताया कि इसी तरह पिछले महीने देशभर में ISIS के ठिकानों पर छापे मारने के बाद औरंगाबाद से गिरफ्तार किए गए इमरान नादिम खान उर्फ खासिम से भी पुणे में एक सुरक्षित घर की तलाश करने के लिए कहा गया था.
सूत्रों ने कहा, मुंबई, पुणे और गोवा पहले टारगेट थे और इन लोगों ने पुणे के दक्षिणी कमांड और गोवा में नेवल एविएशन समेत सेना, नौसेना और वायुसेना के अहम संस्थानों पर हमले की योजना बनाई थी.