केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इशरत जहां मुठभेड़ मामले को लेकर कहा है कि मुझे नहीं पता कि इशरत आतंकी थी या नहीं और उसके आतंकी होने की जानकारी ली जा रही है.
राजधानी दिल्ली में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए शिंदे ने कहा कि इशरत मामले में जो भी दोषी होगा उसे सजा मिलेगी. साथ ही शिंदे ने कहा कि इस केस में आईबी और सीबीआई का मसला काफी संवेदनशील है. शिंदे ने कहा कि इशरत मामले में अगर कोई दोषी है तो उसे बचाने का सवाल ही नहीं उठता.
इससे पहले शिंदे ने इस मामले में अहमदाबाद की एक अदालत में दायर सीबीआई के प्रारंभिक आरोप पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि तथ्यों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता और दोषियों को उनके गुनाहों की सजा मिलनी ही चाहिए. उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया कि सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में इस मामले में आतंक के कोण को नजरंदाज कर दिया है.
शिंदे ने बीजेपी के इस आरोप को भी गलत बताया था कि सीबीआई केन्द्र सरकार के दबाव में बीजेपी के नेताओं को निशाना बना रही है. सीबीआई ने अपने आरोपपत्र में इशरत जहां मुठभेड़ को फर्जी करार दिया है. सीबीआई ने कहा है कि गुजरात पुलिस और आईबी की राज्य इकाई ने मिल कर इस फर्जी मुठभेड़ को अंजाम दिया. सीबीआई ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है कि क्या इशरत और मुठभेड़ में मारे गए बाकी लोग आतंकवादी थे.