इशरत जहां एनकाउंटर मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दायर कर दी है, जिसमें इशरत को बेकसूर बताया गया है. साथ ही यह भी कहा गया एनकाउंटर फर्जी था और यह गुजरात पुलिस और आईबी की मिलीभगत थी.
सीबीआई ने जैसे ही चार्जशीट दायर की उसके कुछ देर बार इशरत के परिवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर दोहराया कि इशरत बेकसूर थी. उसकी बहन ने कहा, 'हम पिछले 10 सालों से कहते आ रहे हैं कि इशरत बेकसूर थी. मेरी बहन का कत्ल किया गया है.'
इशरत की बहन के मुताबिक, 'दुनिया नहीं जानती कि मेरी बहन कैसी थी. मैं उनकी बहन हूं इसलिए जानती हूं कि वह दिन भर क्या करती थी. मेरी बहन बीएससी सेकेंड इयर की छात्रा थी. वह सुबह पांच बजे उठती और सात बजे कॉलेज चले जाती थी. चूंकि वह साइंस की स्टूडेंट थी इसलिए वह कॉलेज में प्रैक्टिल और थ्योरी में व्यस्त रहती थी. वह शाम को घर वापस आती थी.'
उन्होंने यह भी कहा, 'हमारे पिता साल 2002 में गुजर गए थे और तब से इशरत हम लोगों को संभाल रही थी. वह मेरी अम्मी के लिए बेटे और मेरे लिए भाई की तरह थी.
इशरत की मां ने भी अपनी बेटी को बेकसूर बताया और कहा कि उसे मरवाया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी बेटी के कातिलों को सजा नहीं मिलेगी उन्हें इंसाफ नहीं मिलेगा.
गौरतलब है कि 15 जून 2004 को अहमदाबाद के नरोडा इलाके में इशरत और उसके तीन दोस्तों को पुलिस ने मार गिराया था. गुजरात पुलिस का दावा था कि ये चारों मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या के इरादे से आए थे और वो मुठभेड़ में मारे गए थे. लेकिन अब सीबीआई ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताया है.