विदेशमंत्री एस एम कृष्णा का कहना है कि पाकिस्तान की शक्तिशाली खुफिया एजेंसी आईएसआई अफगानिस्तान में तालिबान के साथ ‘मिलकर’ काम कर रही है और वहां संघर्ष के राजनीतिक समाधान को खोजने के प्रयासों को और जटिल बना रही है.
आईएसआई तालिबान को मदद कर रही है
संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर कृष्णा ने ‘वाल स्ट्रीट जनरल’ से कहा कि तालिबान के आतंकवाद में पाकिस्तान की विध्वंसकारी भूमिका जारी है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई तालिबान को मदद मुहैया करा रही है जिससे वहां सैन्य हालात जटिल होते जा रहे हैं.
दोनों मिले जुले हुए हैं
कृष्णा ने कहा कि तालिबान और आईएसआई मिलेजुले हैं. वह अभी भी एक साथ हैं. पाकिस्तान की सेना कबायली और पश्चिमोत्तर में स्थित अन्य क्षेत्रों में तालिबान से लड़ रही है, लेकिन कृष्णा ने कहा कि सरकार खुफिया एजेंसी और अफगानिस्तान स्थित आतंकवादियों के बीच मिलीभगत को खत्म करने में विफल रही है.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ स्वीकार कर चुके हैं कि अमेरिकी सैन्य मदद का इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया गया. इस बारे में पूछे जाने पर कृष्णा ने कहा कि इससे भारत की आशंका की पुष्टि होती है.
कृष्णा ने कहा कि हमने अपने मित्र अमेरिका को हमेशा चेताया है कि कृपया इस बात को सुनिश्चित करें कि आप पाकिस्तान को जो मदद दे रहे हो, उसका भारत के खिलाफ गलत इस्तेमाल न हो जो आपका ही एक मित्र है.