ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के वक्तव्यों के विरोध स्वरूप आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल शुजा पाशा ने ब्रिटेन की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है.
कैमरन ने कहा था कि पाकिस्तान को ‘आतंक का निर्यात’ बंद करना चाहिए. दूसरी ओर राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी लंदन की अपने अगले सप्ताह की निर्धारित यात्रा पर जाने वाले हैं.
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि पाशा को अगस्त की शुरूआत में आतंकवाद निरोधक सहयोग के लिए एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ ब्रिटेन जाना था, लेकिन उन्होंने कैमरन की चेतावनी के बाद अपनी यात्रा की योजना रद्द कर दी है. कैमरन ने कहा था कि पाकिस्तान के ऐसे समूहों से संपर्क हैं, जो अफगानिस्तान और भारत में ‘आतंक का निर्यात’ कर रहे हैं.
वहीं विदेश मंत्रालय में जरदारी की यात्रा को निरस्त करने संबंधी बहस के बीच राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने कहा कि राष्ट्रपति अपनी प्रस्तावित चार दिवसीय यात्रा पर तीन अगस्त को ब्रिटेन जाएंगे.
कूटनीतिक सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि आईएसआई और राष्ट्रपति कार्यालय का फैसला बताता है कि कैमरन की टिप्पणी पर सैन्य और असैन्य शासन के बीच मतभेद हैं.
माना जा रहा है कि विदेश मंत्रालय और सेना खास तौर पर इसलिए नाराज हैं क्योंकि कैमरन ने यह टिप्पणी भारत में रहते हुए की.