माओवादियों को साथ लेकर देश में आतंकवादी और उपद्रवकारी गतिविधियों को अंजाम देने की पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की साजिश का राज्य में दो भारतीय षड्यंत्रकारियों की गिरफ्तारी के साथ पर्दाफाश हो गया है.
बैंगलोर के नगर पुलिस आयुक्त शंकर बिदारी ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों की पहचान विनय कुमार (30) और देवैया के रूप में की गई है. उन्हें अल्ताफ ने काम पर रखा था. अल्ताफ छोटा शकील के इशारे पर काम कर रहा था. विनय कर्नाटक के हासन जिले का रहने वाला है जबकि देवैया कोडागू जिले का रहने वाला है. वहीं अल्ताफ दक्षिण कन्नड़ जिले का रहने वाला है.
अल्ताफ ने दोनों से कहा था कि दाउद इब्राहिम के निर्देश पर छोटा शकील ने उसे भारत में माओवादियों का समर्थन जुटाने और भुगतान के आधार पर आतंकवादी गतिविधियों और उपद्रवकारी गतिविधियों में उन्हें शामिल करने की जिम्मेदारी सौंपी. बिदारी ने कहा कि उसने दोनों को निर्देश दिया था कि वे माओवादी नेताओं के संपर्क में रहें और मुलाकात के लिए उन्हें दुबई ले जाएं. {mospagebreak}
अल्ताफ के निर्देशों के मद्देनजर दोनों ने आंध्र प्रदेश में कुछ माओवादी नेताओं से संपर्क किया और पकड़े जाने से पहले वे उन्हें दुबई ले जाने वाले थे. बिदारी ने कहा कि जांच में खुलासा हुआ है कि अल्ताफ ने प्रबंध कर लिया था और आंध्र प्रदेश के तीन माओवादी नेताओं रामकृपाल पांडे, शिवकुमार कुंटा और श्रीधर पाशम के साथ-साथ देवैया के लिए वीजा भेज दिया था.
उन्होंने कहा कि यूरेनस ट्रैवेल एंड टूर्स द्वारा इंटरनेट के जरिए हैदराबाद से दुबई जाने और आने के लिए टिकट बुक किए गए थे. इन टिकटों और प्रवेश परमिट को जब्त कर लिया गया है. विनय ने अल्ताफ से हवाला के जरिए 50 लाख रुपये भी हासिल किए ताकि दुबई में मुलाकात के लिए प्रबंध किया जा सके. इस धन को जुलाई में तीन अलग-अलग दिनों में किस्तों में भेजा गया था.
बिदारी के अनुसार विनय ने कहा कि उसने धन का इस्तेमाल कार खरीदने में किया और एक सहयोगी के पास 10 लाख रुपये रखे. उस व्यक्ति का पता लगाया जाना और गिरफ्तारी अभी बाकी है. जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों ने माओवादी नेताओं को पहले ही चार लाख रुपये का भुगतान कर दिया है. पुलिस ने आर टी नगर इलाके में देवैया के मकान पर छापेमारी के दौरान दोनों के वीजा की प्रति और पासपोर्ट को जब्त कर लिया है. इसके अलावा एक गैर लाइसेंसी पिस्तौल और सात चक्र गोलियां भी बरामद की हैं. {mospagebreak}
दोनों कथित तौर पर केरल के मल्लपुरम जिले में एक व्यापारी के अपहरण में भी शामिल थे. बिदारी ने कहा कि अल्ताफ फिलहाल विदेश से गतिविधियों का संचालन कर रहा है और पहले शहर में ‘टाइम्स बार’ चलाता था. वहीं पर वह विनय के संपर्क में आया. विनय बार में बाउन्सर के तौर पर काम करता था जबकि देवैया फ्रीलांस जासूस था. अल्ताफ बैंगलोर में दो अन्य मामलों में भी शामिल था. वहां उसने एक व्यापारी से भारी मात्रा में जबरन धन की वसूली करने की कोशिश की थी.
अधिकारी ने कहा कि दोनों मामलों में वह मुकदमे से बचा हुआ है और उसके खिलाफ वारंट लंबित हैं. अल्ताफ बैंगलोर में हमला और आपराधिक डराने-धमकाने के दो और मामलों में आरोपी है. ऐसा समझा जाता है कि अल्ताफ के भाई सउदी अरब में रहते हैं. उन्होंने कहा कि अल्ताफ के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करवाने के लिए व्यवस्था की जा रही है.