इजरायल की प्रमुख सरकारी रक्षा कंपनी ने बुधवार को भारतीय नौसेना के साथ एक अहम करार किया है, जिसके तहत सतह से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की बराक-8 मिसाइलों और मिसाइल रक्षा प्रणाली की आपूर्ति के लिए भारत के साथ 77.7 करोड़ डॉलर के समझौते पर दस्तखत किए गए हैं.
इजरायल कारोबारी दैनिक ग्लोब्स की खबर के मुताबिक इजरायल एरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने कहा कि नई दिल्ली की भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) इस प्रोजेक्ट के लिए मुख्य विनिर्माता कपंनी होगी. खबर में कहा गया कि आईएआई भारतीय नौसेना के सात पोतों के लिए सतह से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइल (एलआर-एसएएम) और हवाई मिसाइल रक्षा प्रणाली (एएमडी), एएमडी प्रणाली बराक-8 के समुद्री संस्करण, की आपूर्ति करेगी.
आईएआई इजरायल की सबसे बड़ी एरोस्पेस और रक्षा कंपनी है. यह मिसाइल भेदी, हवाई प्रणालियों और खुफिया और साइबर सुरक्षा प्रणालियों सहित रक्षा प्रणालियों का विकास, विनिर्माण और आपूर्ति करती है. इजरायली रक्षा प्रतिष्ठान के साथ भारत के करीबी संबंध हैं और इसने इजरायली रक्षा कंपनियों के साथ कई महत्वपूर्ण सौदे किए हैं.
आईएआई के मुख्य कार्याधिकारी निम्रोद शेफर ने कहा, ‘भारत के साथ आईएआई की भागीदारी वर्षों पुरानी है और इसका परिणाम संयुक्त विकास और उत्पादन के रूप में निकला है. आईएआई के लिए भारत एक बड़ा बाजार है और हमारी योजना भारत में अपनी मौजूदगी को मजबूत रखने की है, बढ़ती प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर भी.’
कारोबारी दैनिक ने शेफर के हवाले से कहा कि अपनी तरफ से आईएआई अपनी मूल क्षमता को सुरक्षित रखते हुए निरंतर अपनी कारोबारी रणनीति को नया रूप देती रहती है, जिसका बराक-8 एक उदाहरण है.
रूस से डील पक्की
कुछ दिन पहले ही भारत ने रूस के साथ भी कई अहम रक्षा करार किए थे. इसके तहत भारत और रूस के बीच 39 हजार करोड़ रुपए का S-400 एयर डिफेंस मिसाइल डिफेंस सिस्टम डील शामिल है. इस करार के तहत भारत को पांच S-400 एयर डिफेंस डिफेंस सिस्टम मिलेंगे. भारत इसके लिए रूस के साथ 39 हजार करोड़ रुपए के एक करार पर दस्तखत हुए थे.