इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आज गुजरात पहुंचे हैं. छह दिवसीय यात्रा पर भारत आए नेतन्याहू पहली बार गुजरात गए हैं. यही वजह है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद नेतन्याहू और उनकी पत्नी का स्वागत करने के लिए वहां मौजूद रहे. ये तीसरा मौका है जब पीएम मोदी ने किसी मेहमान राष्ट्राध्यक्ष को अपने गृह राज्य ले जाकर उनका खैरमकदम किया.
पीएम मोदी जब जुलाई 2017 में इजरायल गए तो वहां उनका ग्रैंड स्वागत किया गया. तेल अवीव में एयरपोर्ट पर ही इजरायल की धरती पर पहली बार गए किसी भारतीय प्रधानमंत्री का शाही स्वागत किया गया था. उसी तर्ज पर अहमदाबाद में बेंजामिन नेतन्याहू का वेलकम किया गया.
मेहमान राष्ट्राध्यक्षों को व्यक्तिगत तौर पर अपने गृह राज्य ले जाना और उनका स्वागत सत्कार करना जहां पीएम मोदी की गुजरात को लेकर व्यापार की नीति का हिस्सा माना जाता है. वहीं विदेशी नेताओं से व्यक्तिगत संबंधों को मजबूती देने की एक कोशिश के रूप में भी ये नजर आता है.
आज जब नेतन्याहू अपनी पत्नी सारा के साथ अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे तो पीएम मोदी ने अगवानी की. इसके बाद पीएम मोदी नेतन्याहू के साथ अहमदाबाद की सड़कों पर जनता का अभिवादन स्वीकारते हुए साबरमती आश्रम पहुंचे.
इस रोड शो को खास बनाने के लिए सड़क किनारे तकरीबन 50 मंच तैयार किए गए हैं, जहां देश के अलग-अलग राज्यों से आए लोगों ने अपने-अपने अंदाज में नेतन्याहू का स्वागत किया.
शिंजो और जिनपिंग को घुमाया गुजरात
इससे पहले पीएम मोदी ने जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को गुजरात की सैर कराई है. पिछले साल सितंबर में शिंजो आबे के साथ भी पीएम मोदी ने रोड शो किया था. मोदी ने आबे और उनकी पत्नी को साबरमती आश्रम के आस-पास के इलाके दिखाए थे. साथ ही दोनों नेताओं ने साबरमती रिवरफ्रंट पर भी वक्त बिताया था.
वहीं, 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग जब भारत यात्रा पर आए तो मोदी ने गुजरात दर्शन कराए. चीनी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को साबरमती रिवरफ्रंट घुमाने की तस्वीर दुनियाभर में चर्चा का विषय रही.
अब इजरायल के पीएम और उनकी पत्नी को पीएम मोदी साबरमती रिवरफ्रंट की सैर कराएंगे. चीन, जापान और इजरायल दुनिया के वो मुल्क हैं, जो आर्थिक तौर पर न सिर्फ सक्षम है, बल्कि दुनिया के दूसरे मुल्कों को अपनी तकनीक, हथियार भी बेचते हैं. दुनिया की ये विकसित अर्थव्यवस्थाएं भारत जैसे विकासशील देशों में कारोबार बढ़ावा देने में भी अहम रोल अदा करती हैं. ऐसे में पीएम मोदी इन ताकतवर देशों के साथ व्यक्तिगत संबंधों पर भी काफी जोर देते दिखाई देते हैं.