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इजरइल ने हिंसाग्रस्त देशों की सूची से भारत का नाम हटाया

गाजा के लिए जा रहे सहायता काफिला पर हमले के बाद चौतरफा निंदा का सामना कर रहे इजरइल ने यह कहते हुए हिंसाग्रस्त देशों की सूची से भारत का नाम हटा दिया कि भारत का नाम ‘गैर इरादतन गलती’ के चलते इस सूची में आ गया था.

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गाजा के लिए जा रहे सहायता काफिला पर हमले के बाद चौतरफा निंदा का सामना कर रहे इजरइल ने यह कहते हुए हिंसाग्रस्त देशों की सूची से भारत का नाम हटा दिया कि भारत का नाम ‘गैर इरादतन गलती’ के चलते इस सूची में आ गया था.

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इजरइल के विदेश मंत्री अविगदोर लिबरमैन के मीडिया सलाहकार तजाची मोशे ने बताया, ‘प्रेस विज्ञप्ति में गलती से भारत के नाम का उल्लेख कर दिया गया था.’ लिबरमैन ने कहा, ‘यह पूरी तरह गैर इरादतन था. जैसे ही यह गलती हमारे संज्ञान में आई, विज्ञप्ति को सही कर दिया गया और इससे भारत का नाम हटा दिया गया.’

इससे एक दिन पहले मंत्रालय की विज्ञप्ति में लिबरमैन के हवाले से संयुक्त राष्ट्र महासचिव को ‘याद दिलाते हुए’ कहा गया था कि पिछले एक महीने में थाईलैंड, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, इराक और भारत में विभिन्न घटनाओं में 500 से अधिक लोग मारे गए हैं. इजरइल कमांडों ने पिछले सोमवार को मानवीय सहायता लेकर गाजा जा रहे जहाजों के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें नौ सहायताकर्मी मारे गए थे. {mospagebreak}

यहूदी देश की इस कार्रवाई के विरोध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय उसकी कड़ी निन्दा कर रहा है. इसपर इजरइल ने भारत और पाकिस्तान को घसीटते हुए कहा था कि इनके जैसे हिंसाग्रस्त देशों में पिछले एक महीने में 500 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और संयुक्त राष्ट्र उसे ‘नजरअंदाज’ कर रहा है जबकि इजरइल की ‘रक्षात्मक कार्रवाई’ के लिए आलोचना की जा रही है.

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मंगलवार को एक आपातकालीन बैठक में गाजा पट्टी के लिए मानवीय सहायता लेकर जा रहे जहाज पर इस्राइल के खूनी कमांडो हमले की जांच का आह्वान किया था. इजरइल के विदेश मंत्री एविगदोर लिबरमैन की टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए भारत में इजरइल के राजदूत मार्क सोफर ने नयी दिल्ली में बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि यह एक ऐसी चूक थी जो खेदजनक है.

सोफर ने कहा था, ‘निश्चित तौर पर, इस्राइल भारत को उस आलोक में नहीं देखता, जिसमें वह अपने दुश्मनों को देखता है. भारत एक करीबी मित्र है, जिसके प्रति हम काफी सम्मान रखते हैं.’ उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया के बारे में भारत जो कुछ कहता है, इजरइल वह सब कुछ सुनता है. इजरइल के राजदूत सोफर ने कहा कि उनके देश के विदेश मंत्री के भाषण में से भारत का नाम पहले ही हटाया जा चुका है.

उन्होंने इजरइल की ओर से खेद प्रकट करने के संकेत देते हुए कहा, ‘हम इस मामले को देख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित कराया जा सके कि इस तरह की चूक के कारण निर्मित हुई किसी भी प्रकार की गलतफहमी कायम नहीं रहे.’ सोफर ने यह भी कहा, ‘इजरइल दक्षिण एशिया में भारत के संघर्ष में पूरी तरह उसके साथ है.’

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