आयकर विभाग ने ऑपरेशन क्लीन मनी से दूसरे चरण की शुरूआत कर दी है. इसके तहत करीब 60,000 लोगों की जांच की जाएगी. इस योजना का उद्देश्य इन खातों में नोटबंदी के फैसले के बाद जमा अघोषित आय का पता लगाना है.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) का कहना है कि कि नोटबंदी के बाद (9 नवंबर) से 28 फरवरी तक 9,334 करोड़ रुपए की अन डिक्लेयर इनकम का पता लगाया है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा बीते साल 8 नवंबर को की थी.
सीबीडीटी ने आगे कहा, '60,000 लोगों से ज्यादा जिसमें से 1,300 लोग अति संदिग्ध हैं, जिन्होंने नोटबंदी के बाद भारी मात्रा में लेन-देन किया है. वहीं 6,000 हाई वैल्यू प्रॉपर्टी पर्चेज ट्रांजैक्शेन और 6,600 विदेशों में भेजे पैसों के मामले सामने आए हैं. इन सभी मामलों में लोगों से जवाब मांगा गया था. इसमें से जिन्होंने रिस्पॉन्सन नहीं दिया है उनसे पूछताछ की जाएगी.'
एक अधिकारी ने बताया कि इस ऑपरेशन के नवीनतम संस्करण को लॉन्च करने से पहले संदेह वाले कैश डिपॉजिट की पहचान करने के लिए एडवांस डाटा एनालिटिक्सर का यूज किया गया है. गौरतलब है कि ऑपरेशन क्लीन मनी के पहले चरण में जिसे इस साल 31 जनवरी को लॉन्च किया गया था. इसमें विभाग ने 17.92 लाख लोगों से ऑनलाइन पूछताछ की थी जिसमें से 9.46 लाख लोगों ने विभाग को जवाब दिया था.