कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये सरकार सूट-बूट की सरकार है. इस पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हमारी सरकार कम से कम सूटकेस सरकार तो नहीं है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'हमारी सरकार सूट बूट सरकार है. लेकिन कम से कम सूटकेस सरकार तो नहीं है.' आम आदमी पार्टी में मचे घमासान पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि धीरे धीरे AAP की असलियत सामने आ रही है.
'विपक्ष की आंख पर चढ़ा है रंगीन चश्मा'
राहुल गांधी के व्यंग्य-बाणों के बाद कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्र सरकार ने कहा कि 10 साल तक ‘उन्हें लूटने के बाद पार्टी अब किसानों की वकालत करने की कोशिश कर रही है.’ सरकार ने कहा कि वह संकट से जूझ रहे किसानों को राहत मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने उस वक्त वॉक आउट किया जब केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने इस आरोप को खारिज किया कि मौजूदा सरकार सिर्फ उद्योगपतियों के हितों के बारे में ही सोचती है. सिंह ने कहा कि विपक्षी पार्टी सिर्फ वही देख पा रही है जो वह ‘रंगीन चश्मों’ से देखना चाह रही है.
सिंह ने कहा, ‘जिन लोगों ने देश को लूटा, वे अब किसानों के हितों के लिए खड़े होने की कोशिश कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार किसानों को संकट से जूझने नहीं देगी और उन्हें हुए नुकसान के लिए पर्याप्त मुआवजा देगी.
सिंह ने कहा, ‘किसानों की बात करने वालों ने अब रंगीन चश्मे पहन लिए हैं. उन्होंने देश को कॉरपोरेट घरानों के हाथों गिरवी रख दिया था. अब वे हम पर कॉरपोरेट हितैषी होने का आरोप लगा रहे हैं. क्या अटल पेंशन योजना कॉरपोरेट घरानों के लिए है?’
'सूट बूट वाली है केंद्र सरकार'
इससे पहले सोमवार को राहुल गांधी ने ‘अच्छे दिन सरकार’ और ‘सूट बूट सरकार’ कहकर मोदी सरकार का मजाक उड़ाया और दावा किया कि सरकार विफल साबित हुई है. लोकसभा में अपने 25 मिनट के भाषण में राहुल गांधी ने कहा, ‘अच्छे दिन वाली सरकार ने किसानों के मुद्दे पर देश को निराश किया है.’ उन्होंने साथ ही मोदी सरकार पर कृषक समुदाय की अनदेखी करने और उद्योगपतियों और धनी लोगों की पक्षधर होने का आरोप लगाया और कहा कि यह एक ‘भयंकर भूल’ है क्योंकि किसान भविष्य में बीजेपी को ‘नुकसान’ पहुंचाएंगे.