scorecardresearch
 

भारत-चीन सीमा पर ड्रैगन से टक्कर लेगा ITBP का 'कैटरपिलर'

चाहे बर्फीला रेगिस्तान हो या फिर पहाड़ी इलाकों की बड़ी-बड़ी झीलें, जल-थल और दलदल में चलने वाला कैटरपिलर अब ITBP के जवानों का एक हिस्सा बनने जा रहा है. ITBP अगले महीने इटली से एक ऐसी गाड़ी खरीद रहा है जो जल, थल और दलदल में चल सकता है.

Advertisement
X
आईटीबीपी का 'कैटरपिलर'
आईटीबीपी का 'कैटरपिलर'

Advertisement

चाहे बर्फीला रेगिस्तान हो या फिर पहाड़ी इलाकों की बड़ी-बड़ी झीलें, जल-थल और दलदल में चलने वाला कैटरपिलर अब ITBP के जवानों का एक हिस्सा बनने जा रहा है. ITBP अगले महीने इटली से एक ऐसी गाड़ी खरीद रहा है जो जल, थल और दलदल में चल सकता है.

एम्फीबियन किस्म की ये गाड़ी 9 लाख की कीमत में इटली से खरीदी जा रही है. जिसको शुरूआती दौर में भारत-चीन सीमा के लद्दाख इलाके में रखा जाएगा. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 2 गाड़ियां ITBP इटली से खरीद रहा है. बाद में इस प्रोजेक्ट में सफलता मिलने पर चीन सीमा के लिए और भी ऐसी गाड़ियां खरीदी जाएंगी.

आपको बता दें कि ITBP ने अपने आधुनिकीकरण के लिए इससे पहले चीन सीमा के लिए बर्फ पर चलने वाले स्नो स्कूटर खरीदा था. ये स्नो स्कूटर चीनी सेना पर कड़ी नजर तो रख सकते हैं. साथ ही सीमा की निगरानी भी करेंगे. इन स्नो स्कूटरों को लद्दाख, उत्तराखंड और सिक्किम में अत्यंत ऊंचाई वाले सीमा ठिकानों पर तैनात किया गया है. इससे सीमा की दूसरी तरफ चीनी सेना की तैनाती पर नजर रखी जा सकेगी.

Advertisement

अमेरिका की एक कंपनी से प्राप्त ये पांच शक्तिशाली स्कूटर लद्दाख, उत्तराखंड और सिक्किम में ऊंचे स्थानों पर सीमा पर ले जाए गए हैं. जहां भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) तैनात रहती है. गृह मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक करोड़ की कीमत वाले इन आधुनिक स्कूटरों में राइफल और गोला-बारूद के साथ चालक और उसके पीछे एक जवान बैठ सकता है और ये पहाड़ी पर 45 डिग्री की ढलान पर चढ़ सकते हैं. साथ ही इनमें बर्फ पर सुगमता से चलने वाली 278 किलोग्राम वजनी मशीन है जो चेनकेस बेल्टों के सहारे चलती है.

ITBP के जवानों के फास्ट मूवमेंट के लिए हाल ही में एसयूवी कारों को हिमालय की दुर्गम और उंचाई वाली पहाड़ियों पर तैनात किया गया है. जुलाई 2016 में 29 हाई-पावर स्कोर्पियो गाड़ियों को राजधानी दिल्ली से चीन सीमा के लिए रवाना किया गया था. ITBP के मुताबिक भेजी गई 29 गाड़ियों में से 10 को लद्दाख, 06 को हिमाचल प्रदेश, 05 उत्तराखंड, 02 सिक्किम और 06 को अरूणाचल प्रदेश में चीनी सीमा पर तैनात किया जा चुका है.

Advertisement
Advertisement