बांदीपोरा में छुट्टी पर गए बीएसएफ के जवान मोहम्मद रमजान पारे (33 वर्ष) की लश्कर के आंतकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है. मोहम्मद रमजान पारे बीएसएफ में कांस्टेबल के पद पर बारामुला में तैनात थे. उन्होंने 2011 में बीएसएफ ज्वाइन की थी. इन दिनों रमीज छुट्टी पर अपने घर आए हुए थे.
बताया जा रहा है कि लश्कर के कुछ आतंकवादी रमजान पारे के घर पहुंचे और उन्हें बाहर आने को कहा. जब रमजान के परिजनों ने विरोध किया और उन्हें बाहर नहीं आने दिया तो आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी. जिसमें बीएसएफ जवान रमजान पारे की मौत हो गई जबकि उनके परिवार के चार लोग घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक रमजान 26 अगस्त 2017 से लगातार 37 दिनों की छुट्टी पर थे. घायलों में अहमद पारे, जावेद अहमद पारे, अफजल पारे और हबला बेगम शामिल हैं.
बांदीपोरा के पीसीआर के मुताबिक रात करीब 10 बजकर 05 मिनट पर कुछ अज्ञात हथियारबंद पारे मोहल्ला हाजिन में मोहम्मद रमजान पारे (73वीं बटालियन, बीएसएफ) के घर में घुसे और उनके साथ ही साथ उनके परिवार पर अंधाधुंध गोलियां दागनी शुरू कर दीं. गोलीबारी में घायल रमजान पारे की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 4 परिजन घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए श्रीनगर हॉस्पितल ले जाया गया.Prahari Pariwar stands by the family of one of our member Constable Md Ramzan who was cowardly killed by terrorists today.He was on leave pic.twitter.com/Rfu2pObQX7
— BSF (@BSF_India) September 27, 2017
बीएसएफ ने पिछले कुछ महीनों में दो एडवाइजरी जारी कर घाटी के जवानों को घर जाने पर सावधानी बरतने को कहा था. पहली एडवाइजरी एक बीएसएफ अधिकारी को धमकी मिलने के बाद जारी की गई थी. दूसरी एडवाइजरी लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या के बाद जारी हुई थी.