राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति पद का दावेदार बनाने में शिवसेना के बाद एक और नाम जुड़ गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता जफर शरीफ ने कहा है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत के नाम पर विचार किए जाने पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
जफर शरीफ ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा कि मुझे निजी तौर पर लगता है कि राष्ट्रपति पद की दावेदारी के लिए मोहन भागवत के नाम से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए.
दरअसल मीडिया के कुछ हलकों में ऐसी खबरें हैं कि एनडीए सरकार RSS प्रमुख मोहन भागवत को अगला राष्ट्रपति बना सकती है. शिवसेना की ओर से ऐसी मांग की गई थी कि हिदुत्व का चेहरा और साफ छवि वाले मोहन भागवत को देश का अगला राष्ट्रपति बनाया जाए.
इनकार कर चुके हैं भागवत
हालांकि भागवत ने साफ कर दिया है कि वो राष्ट्रपति पद के रेस में नहीं हैं. राष्ट्रपति बनाए जाने की खबरों पर अपने एक संबोधन में भागवत ने कहा है कि मीडिया में जो चल रहा है वो होगा नहीं, हम संघ में काम करते हैं और हमें वहां नहीं जाना है. अगर प्रस्ताव आता भी है तो हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे.
'हिंदू राष्ट्र की खातिर भागवत'
संजय राउत ने संकेत दिये कि शिवसेना उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार घोषित कर सकती है. उन्होंने कहा, 'अगर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत सही पसंद होंगे. हालांकि इस बारे में आखिरी फैसला उद्धव ठाकरे लेंगे.' अगले राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोगी पार्टी के नेताओं को डिनर पर चर्चा के लिए बुलाया था. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल इस साल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है. इससे पहले अगले राष्ट्रपति को चुना जाना है.