कांग्रेस सांसद वाई एस जगनमोहन रेड्डी को नलगौंडा जिले के एक रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एहतियाती हिरासत में लिये जाने के बाद तेलंगाना क्षेत्र का अपना दौरा रद्द करने को मजबूर होना पड़ा.
इससे पूर्व हिंसा और पुलिस की गोलियों से 16 लोग मारे गये. पुलिस ने बताया कि जगन की यात्रा के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में भड़की हिंसा के कारण आठ पुलिस कर्मी घायल हो गये. प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस द्वारा चलायी गयी गोलियों से नौ लोग घायल हो गये.
जगन आंध्र प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के पुत्र हैं. पिछले साल हेलीकाप्टर दुर्घटना में अपने पिता की मौत के कारण कथित रूप से आत्महत्या करने वाले या जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिलने और उन्हें सांत्वना देने के लिए जगन ने ‘ओडारपू यात्रा’ शुरू की है. हालांकि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें यह यात्रा निकालने से मना किया था.
पुलिस ने बताया कि जगन को वंगीपल्ले रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया. उन्हें वारंगल जिले के महबूबाबाद कस्बे में उनकी यात्रा के विरोध में हुई हिंसा के बाद हिरासत में लिया गया. यह क्षेत्र पृथक तेलंगाना राज्य के लिए चलाये जा रहे आंदोलन का मुख्य गढ़ है. पहले इस बात की खबर दी गयी थी कि हिंसा में एक व्यक्ति मारा गया.
लेकिन पुलिस महानिदेशक आर आर गिरीश कुमार ने बाद में बताया कि युवक अचेत होकर गिर गया था. उन्होंने कहा, ‘शुरू में यह मान लिया गया कि उसकी मौत हो गयी जबकि वास्तव में वह अचेत हो गया था.’ बहरहाल, जगन ने 70 से अधिक परिवारों को सांत्वना देने के लिए उपयुक्त समय पर अपनी यात्रा निकालने की प्रतिबद्धता जतायी.
तेलंगाना राज्य का गठन करने की मांग के विरोधी जगन ने सवाल किया, ‘मेरी निजी यात्रा को रोक रहे नेताओं को इस बात पर विचार करना चाहिए इस प्रकार की घृणित राजनीति में शामिल होना क्या उचित है.’ कडप्पा से पहली बार सांसद बने 37 वर्षीय जगन ने शुक्रवार सुबह सिकंदराबाद से ट्रेन के जरिये अपनी सात दिवसीय यात्रा शुरू की थी.
रास्ते में तेलंगाना समर्थकों ने कुछ जगह मामूली विरोध किया लेकिन महबूबाबाद रेलवे स्टेशन टकराव का असली स्थल बन गया जहां जगन समर्थक एवं विरोधी गुटों के सदस्यों के बीच टकराव शुरू हो गया. तेलंगाना समर्थकों ने महबूबाबाद स्टेशन पर तोड़फोड की तथा जगन की अगवानी के लिए स्टेशन के वेटिंग रूम में प्रतीक्षा कर रही कांग्रेस विधायक कोंडा सुरेखा और स्थानीय विधायक कविता पर पथराव किया.
कविता घायल हो गयी जबकि सुरेखा सुरक्षित बच गयी. उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें तुंरत सुरक्षित स्थानों पर ले गये और आंदोलनकारियों को तितर बितर करने के लिए नौ चक्र गोलियां चलायीं. पुलिस ने बताया कि पथराव में आठ पुलिस कर्मी घायल हो गये जबकि पुलिस द्वारा चलायी गयी गोलियों से नौ नागरिक घायल हुए.