आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तारी के बाद जगनमोहन रेड्डी के जेल में एक साल पूरा करने पर उनकी पत्नी भारती ने सीबीआई पर हमला किया. उन्होंने कहा कि सीबीआई को दलीय हितों के हिसाब से नियंत्रित किया गया और जांच में इसलिए विलंब किया गया ताकि उनके पति को जेल में रखा जा सके.
भारती ने सीबीआई प्रमुख रंजीत सिन्हा को एक पत्र लिखा जिसमें आरोप लगाया गया कि जांच ‘संभवत: राजनीति से प्रेरित होकर’ की जा रही है और उनके पास इस बात को मानने का कारण है कि ‘कांग्रेस द्वारा संचालित सीबीआई की मंशा अगले आम चुनाव तक मेरे पति को हिरासत में रखने की है.’ साथ ही भारती ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी एक पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है.
कांग्रेस और तेदेपा पर निशाना साधते हुए भारती ने कहा कि ऐसे हित हैं जो उनके पति को सलाखों के पीछे रखना चाहते हैं क्योंकि इस बात की संभावना है कि 2014 के लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी अन्य पार्टियों से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.
भारती ने कहा, ‘अगर आप पिछले उपचुनावों को देखें तो जगन मोहन रेड्डी ने चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया और यहां से वह 2014 के चुनावों में शानदार जीत दर्ज कर सकते हैं इसलिए कांग्रेस और तेदेपा ने ऐसा किया है.’
भारती ने कहा कि जांच में एजेंसी द्वारा अपनाए गए तरीके प्रेरित, पक्षपातपूर्ण और दलीय हित से नियंत्रित हैं और मामले के गुण-दोष पर नहीं हैं. उन्होंने एक पत्र में कहा, ‘जब सुप्रीम कोर्ट ने चार महीने के भीतर सीबीआई को जांच पूरी करने का आदेश दिया तो आपके वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा आदेश दिए जाने के तुरंत बाद स्पष्ट अवज्ञा करते हुए आदेश के कुछ ही मिनटों बाद मीडिया को संबोधित किया जिसमें संकेत दिया गया कि सीबीआई पर समय सीमा बाध्यकारी नहीं है और वे समय सीमा को बढ़ाने की मांग को लेकर आधार ढूंढ़ेंगे.’
भारती ने कहा कि जांच पिछले 22 महीने से चल रही है और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दायर स्थिति रिपोर्ट में सीबीआई ने अक्तूबर 2012 में जांच पूरी करने के लिए तीन महीने मांगे थे. उन्होंने अक्तूबर 2012 के आठ महीने बाद मई 2013 में सीबीआई ने एकबार फिर कहा है कि उन्हें जांच पूरी करने के लिए चार महीने और समय की आवश्यकता होगी.