जयपुर में बम विस्फोटों के सिलसिले में एक अहम कामयाबी मिली है. जयपुर में बम विस्फोटों के सिलसिले में उत्तर प्रदेश और राजस्थान पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते एटीएस ने लखनऊ के अमीनाबाद इलाके से शहबाज हुसैन को गिरफ्तार किया.शहबाज पर जयपुर में सीरियल धमाके का मास्टर माइंड होने का आरोप है.
जयपुर में इसी साल 13 मई को सीरियल धमाके हुए थे जिसमें 64 लोग मारे गए थे. अदालत में पेश किए जाने के बाद उसे दो दिन के ट्रांजिट रिमांड पर जयपुर भेज दिया गया. शहबाज भदोही का रहने वाला है और सिमी का सक्रिय सदस्य है.
शहबाज के सिमी से जुड़ाव के विषय में उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था बृजलाल ने बताया कि शहबाज हाल ही में लखनऊ में पकड़े गए खतरनाक आतंकी अबुल बशर का सहयोगी है. अपनी पहचान छिपाने के लिए वह शहर के भीड़ भरे इलाके में साइबर कैफे चलाता था.
लखनऊ में खतरनाक आतंकी के पकड़े जाने की इस माह में यह दूसरी घटना है. गत 16 अगस्त को यहां अहमदाबाद बम धमाकों के मास्टरमाइंड माने गए अबुल बशर को अहमदाबाद पुलिस की सूचना पर पकड़ा गया था. जयपुर बम धमाकों के मामले में पकड़े गए अभियुक्तों के बयानों की पड़ताल करने के क्रम में ही शहबाज का नाम उभर का सामने आया.
एडीजी बृजलाल के अनुसार शहबाज ने स्वीकार किया है कि जयपुर में अन्य अभियुक्तों के साथ मिलकर उसने साइकिलें खरीदी थीं. जिनका इस्तेमाल बम धमाका करने में किया गया. वहां बम धमाके के सिलसिले में पकड़े गए अभियुक्तों ने भी पूछताछ के दौरान शहबाज का नाम लिया तो जयपुर पुलिस यहां पहुंच गई.
बीते चार वर्षो से यहां रह रहे शहबाज आतंकियों के रुकने का प्रबंध भी करता था. इस संबंध में मिली सूचनाओं के आधार पर अब यहां ग्लास हाउस में काम करने वाले आईएसआई एजेंट रमेश चौधरी से उसके संबंध रहे हैं या नहीं, इसकी पड़ताल भी की जाएगी. साथ ही शहबाज के मोबाइल फोन व लैंडलाइन फोन की डिटेल भी ली जाएगी. भदोही में भी उसके साथियों आदि से पूछताछ करने के लिए पुलिस टीम भेजी जाएगी.