गृह मंत्रालय के खिलाफ जयराम रमेश की टिप्पणी पर पुरजोर तरीके से असहमति जताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस ने पर्यावरण और वन मंत्री को फटकार लगायी, वहीं विपक्षी दल भाजपा ने भी मंत्री की ‘घोर आपत्तिजनक’ टिप्पणियों के लिये उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री पी.चिदंबरम ने कड़े शब्दों में एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समक्ष कैबिनेट के सहयोगी की उनके मंत्रालय के बारे में की गयी टिप्पणी पर नाखुशी जाहिर की.
उधर, अपने समक्ष मौजूद मुश्किलों को जाहिरा तौर पर भांपते हुए रमेश ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री को बीजिंग से सोमवार सुबह लौटने के तुरंत बाद पत्र लिखकर अपने वक्तव्य पर स्पष्टीकरण देने की कोशिश की.
रमेश ने चीन की राजधानी में कहा था कि चीनी निवेश के भारत में प्रवेश को लेकर गृह मंत्रालय चौकस रुख अपनाए हुए है और उसने ऐसे निवेश पर गैर.जरूरी बंदिशें लगा रखी हैं. चिदंबरम और रमेश से पत्र मिलने के बाद सिंह ने रमेश से बात कर उनसे कहा कि उन्हें अन्य मंत्रालयों के कामकाज के बारे में टिप्पणी नहीं करनी चाहिये.
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार सिंह ने रमेश से कहा कि मंत्रिमंडल के सहयोगियों को यह सलाह है कि वे दूसरे मंत्रालयों की कार्यप्रणाली पर खासकर चीन जैसे महत्वपूर्ण पड़ोसियों से संबंधों के संदर्भ में टिप्पणियां नहीं करें.