कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी पर करारा हमला बोला है. राज्यसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी उठापटक के बीच रमेश ने कहा कि बीजेपी का सियासी आतंक तानाशाही नहीं, बल्कि अमितशाही है. मोदी और अमित शाह की जुगलबंदी हमारे संघीय ढांचे पर आक्रमण है.
बुधवार को बीजेपी और कांग्रेस के बीच राज्यसभा चुनाव को लेकर मची सियासी उठापटक संसद में भी देखने को मिली. बंगलुरु में इगलटन रिजोरट पर हुई इनकम टैक्स रेड पर कांग्रेस पार्टी ने अब सुप्रीम कोर्ट जाने का मन बना लिया है. वहीं, पार्टी चार दिन में तीसरी बार चुनाव आयोग के पास बीजेपी की शिकायत को लेकर गई.
इस बार मसला इनकम टैक्स रेड के दौरान अर्धसैनिक बलों के इस्तेमाल का था. कांग्रेस का मानना है कि यह गैर संवैधानिक है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि अर्धसैनिक बलों को ले जाकर रेड की गई. चार कमरों से विधायकों को बाहर निकाल कर पूछताछ की गई. जाहिर है कि अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी में कांग्रेस विधायकों से ऐसे पूछताछ उनको डराने के मकसद से की गई और यह गलत है.
जो कांग्रेस का समर्थन कर रहे है, उनके खिलाफ ऐसा वातावरण बनाने की कोशिश की गई, ताकि कोई समर्थन न करे. बीजेपी डराने-धमकाने की कोशिश में जुटी है. अब परिस्थितियों को और खराब करने के लिए वो ऐसे पैतरों का इस्तेमाल कर रही है.
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने इसे अमितशाही करार दिया. रमेश ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि बीजेपी का सियासी आतंक अमितशाही है. जयराम ने कहा कि मोदी और अमित शाह की जुगलबंदी हमारे संघीय ढांचे पर आक्रमण है. यह तो सोची हुई साज़िश और जंग है. किसी भी तरह से अहमद पटेल को हराने के लिए तानाशाही हो रही है. ये तो कॉपरेटिव फेडरलिज्म नहीं है. यह तो कंफ्रनटेशनल रणनीति है.
जयराम ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के सामने इतनी चुनौती है, पर पीएम तो सिर्फ गुजरात में व्यस्त हैं. संघीय ढांचे पर हमला साबित करता है कि बीजेपी संविधान से ऊपर है.