केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने सियासी तीर चलाते हुए कहा है कि बीजेपी की असली चाभी आरएसएस के हाथों में है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि 2014 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ नहीं, बल्कि कांग्रेस और आरएसएस के बीच होगा. उन्होंने कहा, ‘चाभी घुमाता है आरएसएस और नाचती है बीजेपी.'
जयराम रमेश ने कहा, ‘हमने देखा है कि पिछले डेढ़ सालों में बीजेपी में जो कुछ हुआ है, वह आरएसएस के कहने पर हुआ है.’ उन्होंने कहा कि आरएसएस और बीजेपी की चुनावी रणनीति उत्तर प्रदेश और बिहार में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और उसे बरकरार रखना है. इसकी शुरुआत यूपी में मुजफ्फरनगर दंगे से हुई है.
रमेश ने आरोप लगाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री को आजकल ‘शौचालय’ से प्रेम हो गया है, लेकिन हकीकत यह है कि वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक वहां मात्र 34 प्रतिशत ग्रामीण आबादी को शौचालय उपलब्ध थे, जबकि राज्य सरकार ने उसे बढा़कर 84 प्रतिशत बताया था.
नरेंद्र मोदी की चर्चा करते हुए जयराम ने कहा कि बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार द्वारा जो प्रशासन और सुशासन के मुद्दे उठाए जा रहे हैं, वह तो एक मुखौटा हैं, असली बात सांप्रदायिक धुव्रीकरण की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी विचारधारा और अपनी उपलब्धियों के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी.
रमेश ने कहा कि गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, कर्नाटक, हिमाचल और उत्तराखंड सहित 7 राज्यों में कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है और देश के ज्यादातर राज्यों में बीजेपी मौजूद ही नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में कांग्रेस का मुकाबला बीजेपी के साथ है, तो कुछ में क्षेत्रीय दलों के साथ है.
जयराम ने कहा कि कांग्रेस ही देश का एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल है, जो सभी राज्यों में मौजूद और मुकाबले की स्थिति में है. उन्होंने कहा कि बीजेपी विकास के जिस गुजरात मॉडल के अनोखा होने का दावा कर रही है और उसके बारे यह कहा जा रहा है उसे हर राज्य में लागू किया जाना चाहिए, लेकिन हकीकत यह है कि वहां सामाजिक क्षेत्र के आंकडे़ बिगडे़ हुए हैं.
जयराम ने कहा कि गुजरात में जो औद्योगीकरण और शहरीकरण हुआ, वह साल 2000 के पहले की बात है और इन दोनों मामले में आज भी देश में दूसरे-तीसरे स्थान पर है. उन्होंने कहा कि गुजरात के विकास मॉडल का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, वह हकीकत से परे है. प्रति व्यक्ति आय के मामले में गुजरात देश में नौवें स्थान पर है.
रमेश ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम मामले में कैग उसके लिए भगवान कृष्ण हैं, लेकिन गुजरात के कुपोषण के मामले में वह खलनायक कैसे बन गयी. उन्होंने कहा कि 2जी मामले में बीजेपी कैग को ऊंचाई पर बिठाती है और जब गुजरात के कुपोषण के बारे में उसकी रिपोर्ट आती है, तो उसके बारे में यह कहती है उसने अपना काम सही नहीं किया.
जयराम ने कहा कि कैग की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में हर तीन बच्चों में से एक बच्चा कुपोषण का शिकार है और लिंग अनुपात में उस प्रदेश की तुलना बिहार से की जाए, जहां प्रति एक हजार पुरुष पर 920 महिलाएं मौजूद हैं. वहीं, गुजरात में इसका अनुपात मात्र 880 है, जो गुजरात में महिला सशक्तिकरण को दर्शाता है.
जयराम ने कहा कि गुजरात में विकास वर्ष 2000 के पहले की स्थिति में आज भी है. वह किसी एक व्यक्ति के कारण नहीं, बल्कि इसका श्रेय वहां के पूरे समाज को जाता है, क्योंकि उनके खून में व्यापार बहता है.
जयराम भूमि अधिग्रहण कानून और खाद्य सुरक्षा कानून को लेकर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दे रहे थे.