केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने शौचालय पर नरेन्द्र मोदी के हालिया विवादास्पद बयान को लेकर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने लाखों शौचालय बनाने के कार्यक्रम की पहल उस समय कर दी थी जब ‘जब कुछ नेताओं को ज्ञान प्राप्त नहीं हुआ था.’
बीजेपी के प्रधानमंत्री प्रत्याशी मोदी को आड़े हाथ लेते हुए रमेश ने कहा कि गांवों में लाखों शौचालय बनाने का कदम संप्रग सरकार ने महीनों पहले उठा लिया था.
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा, ‘मैं प्रसन्न हूं कि राजस्थान, महाराष्ट्र एवं काफी महत्वपूर्ण रूप से बिहार में वर्ष 2013.14 में 10 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया. यह मनरेगा का योगदान है.’ रमेश ने कहा, ‘लिहाजा हमने पहला कदम शौचालयों के जरिये उठाया. और यह कदम 15 माह पहले उठाया गया जब कुछ नेताओं को ज्ञान प्राप्त नहीं हुआ था. वे उस समय देवालय के बारे में सोच रहे थे.’
ग्रामीण विकास मंत्री ने शौचालयों की जरूरत के बारे में जागरूकता बढ़ाने के मकसद से पिछले साल निर्मल भारत अभियान शुरू किया था. उन्होंने यह बात उस समय कही जब वह खाद्य मंत्री के वी थामस के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बताया कि अब मनरेगा के तहत शौचालय एवं आंगनवाड़ी जैसे स्थायी ढांचों के निर्माण का काम किया जा सकता है. इस सूची में जल्द ही खाद्य गोदामों को भी शामिल किया जायेगा.
इससे पूर्व संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रमेश ने मोदी को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा, ‘शौचालय देश में सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों में से एक है.’ इस माह की शुरुआत में युवाओं के एक कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था, ‘मुझे एक हिन्दुत्ववादी नेता माना जाता है. मेरी छवि यह कहने की अनुमति नहीं देती लेकिन उसके बावजूद मैं हिम्मत करके कहूंगा. मेरा वास्तविक मत है कि पहले शौचालय, फिर देवालय.’