अपने जन्मदिन के मौके पर श्रीप्रकाश जायसवाल ने महिलाओं को लेकर ऐसा बयान दे दिया जिससे बवाल मच गया.
एक कवि सम्मेलन में श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा, 'नई-नई जीत और नई-नई शादी. इसका अपना महत्व होता है, जैसे-जैसे समय बीतेगा. जीत पुरानी होती जाएगी. जैसे-जैसे समय बीतता है पत्नी पुरानी होती चली जाती है. वो मजा नहीं रहता है.'
कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के इस बयान पर बवाल मच गया है. बीजेपी समेत तमाम सामाजिक संगठनों ने महिलाओं पर दिए गए इस बेतुके बयान की कड़ी निंदा की है. बवाल होने के बाद जायसवाल ने अपने बयान पर माफी मांगी.
जायसवाल ने दो दिन पहले 30 सितंबर को यह बात कही थी. मंत्री जी के जन्मदिन का मुबारक मौका था. जलसे के लिए मजमा लगाया गया था. जन्मदिन के जलसे पर बौद्धिकता का रंग चढ़ाने के लिए कवियों को बुलाया गया था.
मनमोहन सरकार में श्रीप्रकाश जायसवाल कद्दावर मंत्री हैं. ओहदा बड़ा है लेकिन सोच माशाअल्ला. महिलाओं के बारे में ऐसी सोच रखते हैं कि दुनिया की आधी आबादी अफसोस में डूबी हुई है.
श्रीप्रकाश जायसवाल ने राजनीति में खूब तरक्की की है. पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री हुआ करते थे. इन दिनों देश के कोयला मंत्री हैं .
ये श्रीप्रकाश जायसवाल का जीवन दर्शन है. औरतों के बारे में. उस दुनिया के बारे में जिसके बिना सृष्टि नहीं बनती. आधी आबादी से पूरे होने वाले संसार पर भारत सरकार के एक मंत्री की सोच पर हम और आप सिर्फ अफसोस कर सकते हैं. माफी इस सोच को सिर्फ रफू करती है और सोच में जुगाड़ से समझदारी नहीं बदल जाती.