केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि पिछले साल नवंबर में की गई नोटबंदी के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अभी तक बैंकों में लौटी रकम की गणना में जुटा है.
राज्यसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता नरेश अग्रवाल द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के जबाव में जेटली ने कहा कि आरबीआई बैंकों में वापस लौटी प्रचलन से बाहर हुई मुद्रा की गणना में जुटा है और जल्द ही इसके आंकड़े जारी किए जाएंगे. हालांकि वित्त मंत्री ने इन आंकड़ों को जारी करने की समय सीमा के बारे में कुछ नहीं कहा.
जेटली ने कहा कि बैंकों में जमा हुई रकम करेंसी चेस्ट में जाती है और उसके बाद वहां से वह आरबीआई के पास आती है. आरबीआई ने समय-समय पर लौटने वाली रकम के कुछ आंकड़े जारी किए थे. अब आरबीआई सही मात्रा की गणना कर रही है और अंतिम आंकड़े जल्द सामने आएंगे.
नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल 8 नवंबर को पुराने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया था. सरकार ने कहा था कि यह कदम काले धन और नकली मुद्रा की समस्या से निपटने के लिए उठाया गया है. उसके बाद से यह मांग उठ रही है कि आरबीआई बैंकों में वापस लौटी मुद्रा के आंकड़े जारी करे. विपक्षी दल यह मांग जोर-शोर से उठा रहे हैं.