बीजेपी नेता अरुण जेटली ने कहा है कि अगर इस बार पार्टी हारती है, तो 'हिट विकेट' से हारेगी. उन्होंने यह बात दिल्ली में लीगल सेल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में कही. जाहिर है कि जेटली पार्टी में भीतरघात की आशंका की ओर इशारा कर रहे थे.
अरुण जेटली ने आगाह किया कि पार्टी में प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह ‘हिट विकेट’ जैसा साबित होगा और यदि बीजेपी अगले लोकसभा चुनाव में हारती है, तो उसकी एकमात्र संभावित वजह यही होगी.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने यह संकेत भी दिया कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाना चाहिए. यूपीए सरकार के सामने मौजूद चुनौतियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘इस सरकार के सामने समस्या खड़े कर रहे मुद्दों में एक नेतृत्व का विषय भी है. यूपीए में कोई प्रभावशाली नेतृत्व नहीं है. इसके चलते लोग बीजेपी की ओर टकटकी लगाए हैं.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी जितनी जल्दी अपने नेता के नाम की घोषणा करेगी, उतना ही पार्टी के लिए बेहतर होगा.
जेटली ने कहा, ‘संसदीय चुनाव कई बार राष्ट्रपति चुनाव की तरह हो जाते हैं, खासतौर पर जब नेता बहुत लोकप्रिय होता है. अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के मामले में ऐसा हुआ है.’ उन्होंने इशारों में कहा कि अगर अगले आम चुनावों में नेतृत्व के विषय पर लोग मतदान करते हैं, तो बीजेपी निश्चित रूप से जीतेगी. हालांकि उन्होंने आगाह किया कि नेतृत्व के विषय पर किसी भी तरह का विवाद चुनावों में बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकता है.
उन्होंने कहा, ‘हमें हिट विकेट नहीं होना चाहिए. इस समय जो माहौल है, उसमें कोई आपको अपनी गेंद से आउट नहीं कर सकता, बल्कि आप खुद ही अपना विकेट गिरा सकते हैं. सिर्फ इसी स्थिति में हम चुनाव हार सकते हैं.’
जेटली ने कहा कि बीजेपी लगातार दो लोकसभा चुनाव हार चुकी है, लेकिन आज माहौल बीजेपी के पक्ष में बन रहा है. जेटली अक्सर इस बात पर जोर देते रहे हैं कि बीजेपी को मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर देना चाहिए. हालांकि पार्टी के कुछ नेता इस विचार के पुरजोर विरोधी हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि यूपीए सरकार के खिलाफ व्यापक सत्ता-विरोधी लहर है और यह उसके लिए घातक सिद्ध होगी. उन्होंने कहा, ‘सत्ता-विरोधी लहर एक ऐसी चीज है जिसमें विपक्ष जीतता है क्योंकि जनता सरकार को नकार देती है.’
जेटली ने पार्टी के अंदर मतभेदों का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमारी समस्या है कि कई सारे प्रवक्ता हैं. एक व्यक्ति टीवी चैनलों पर बोल रहा है और खुद को बीजेपी की युवा इकाई से जुड़ा होने का दावा करता है. हम इस प्रवक्ता की पहचान नहीं कर पाए हैं.’ जेटली उस कथित नेता का जिक्र कर रहे थे, जिसने युवा मोर्चा का सदस्य होने का दावा करके समाचार चैनलों की चर्चा में हिस्सा लिया और यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे आसाराम का बचाव किया.