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जामा मस्जिद गोलीकांड: आज तक ने किया फर्जीवाडे़ का पर्दाफाश

सितंबर को दिल्ली के जामा मस्जिद में विदेशी सैलानियों पर गोली दागकर देश का नाम खराब करने की साजिश में हुआ है एक चौकाने वाला खुलासा.

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सितंबर को दिल्ली के जामा मस्जिद में विदेशी सैलानियों पर गोली दागकर देश का नाम खराब करने की साजिश में हुआ है एक चौकाने वाला खुलासा.

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जानकारी के मुताबिक हमले के बाद उसी दिन दहशत की तस्दीक करने वाली जो इमेल भेजी गई थी उसका ठिकाना मायानगरी मुंबई है और उससे भी बड़ी जानकारी ये है कि जिस सिम से वो इमेल भेजी गई उसे भी मुंबई से ही खरीदा गया था और वो भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर.

सिम को मुंबई में दादर की एक दुकान से खरीदा गया. जिस नाम से ये जीएसएम सिम खरीदा गया वो है पूर्वा शिंदे. इसे पूर्वा शिंदे के ड्राइविंग लाइसेंस के बदले में खऱीदा गया.

हालांकि जांच में ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी पाया गया. सिम के डिलर के मुताबिक उसे 16 सितंबर को खरीदा गया था. जिस शख्स ने सिम खरीदा वो 20 से 25 साल के बीच का है.

आजतक ने अपने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए ये भी साफ किया कि कैसे मुंबई में सरेआम कोई भी फर्जी तरीके से सिमकार्ड हासिल किया जा सकता है.

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सवाल उठता है कि फर्जी नाम, फर्जी दस्तावेज और फर्जी पते के आधार पर आखिर कैसे कोई सिमकार्ड खरीद सकता है.

देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले इस गोरखधंधे का हमने किया पर्दाफाश. हमारे संवाददाता आपको बताएंगे कि कैसे देश के सबसे बड़े शहर में हो रही है सबसे बड़ी चूक.{mospagebreak}

हमने सबसे पहले रुख किया 26/11 हमले में सबसे ज्यादा लहुलुहान हुए सीएसटी का और ये जाना कि कितनी आसानी से गलत तरीके से सिमकार्ड हासिल किया जा सकता है.

दुकानदार - यहां पर कहीं काम करते हो.

रिपोर्टर - अभी आया हूं नौकरी की तलाश में दोस्त के पास.

दुकानदार - कुछ है यहां का.

रिपोर्टर - अभी जस्ट आया हूँ 5 - 6 हुए है.

रिपोर्टर - कुछ पैसे ले लो ज्यादा.

दुकानदार - पैसे की बात नहीं है. यहाँ का कोई एड्रेस प्रूफ या कुछ और प्रूफ जहा रहते हो लाके दे दो तो मै कुछ सेट्टिंग कर सकता हूँ.

रिपोर्टर - किसी और के कागजात लाके दूं तो चलेगा.

दुकानदार - लेके आओ फिर तो कोई टेंशन ही नहीं रहेगा.

रिपोर्टर - सिर्फ कागजात या फिर फोटो भी.

दुकानदार - एक फोटो लगेगा. अगर फोटो नहीं है तभी हम कलर ज़ेरोक्स से फोटो निकाल लेते है.

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रिपोर्टर - नंबर किसके नाम पर होगा.

दुकानदार - उसी के नाम पर. पर आप इस्तेमाल कर सकते हो.

तो देखा और सुना आपने. कैसे और कितनी आसानी से कोई भी सिमकार्ड खरीद कर सकता है. वो भी उस शहर में जो 26 / 11 के दर्द से अभी तक उबर भी नहीं पाया। सुरक्षा का तमाम दावे किए गए उन दावों में कितने छेद हैं ये भी साफ हो चुका है.

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