जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकवादियों ने सेना के एक कैंप पर गोलीबारी की जिसमें एक जवान के घायल होने की खबर है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने रात में कालारूस इलाके में घुसकर सेना की इमारत पर गोलियां चलानी शुरू कर दी. जिसमें 17 जम्मू-कश्मीर लाइट इंफैंट्री (जेएंडकेएलइ) के सुनील रंधावा घायल हो गये हैं.
घायल जवान को द्रगमूला के एक सैन्य अस्पताल ले जाया गया है, जहां पर डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताई है. आतंकवादियों को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
बतादें कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद सैन्य ठिकानों पर भी कई आतंकी हमले हुए हैं. साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार केंद्र में आई थी. जम्मू एवं कश्मीर में सेना के प्रतिष्ठानों पर 2014 से अबतक 10 हमले हो चुके हैं. इसमें 38 जवान शहीद हुए हैं. राज्य में सेना के शिविरों पर 2014 में दो हमले, 2015 में दो, 2016 में पांच और 2017 में एक हमला हुआ है.
इसमें सबसे ज्यादा हताहतों की संख्या 2016 में रही, जिस दौरान 26 जवान शहीद हुए थे. उड़ी आतंकवादी हमले में 19 सैन्यकर्मी शहीद हुए थे, जबकि सात अन्य नगरौटा में नवंबर में हुए हमले में शहीद हुए थे. साल 2014 में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमलों में नौ जवान शहीद हुए थे और इस साल तीन शहीद हुए हैं.