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जम्मू-कश्मीर: पथराव करने वालों ने राहत अभियान में लगे विमानों को बनाया निशाना

कश्मीर घाटी में एक ओर सेना के जवान बाढ़ पीड़‍ितों को राहत सामग्री व सहायता मुहैया कराने में जुटे हैं, तो दूसरी ओर कुछ शरारती लोग उनके विमानों और नावों पर पत्थर बरसा रहे हैं.

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लोगों को सुरक्ष‍ित जगह पर ले जाते बचावकर्मी
लोगों को सुरक्ष‍ित जगह पर ले जाते बचावकर्मी

कश्मीर घाटी में एक ओर सेना के जवान बाढ़ पीड़‍ितों को राहत सामग्री व सहायता मुहैया कराने में जुटे हैं, तो दूसरी ओर कुछ शरारती लोग उनके विमानों और नावों पर पत्थर बरसा रहे हैं.

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बाढ़ से घिरे श्रीनगर में भारतीय वायुसेना के 80 विमानों में से कुछ को मामूली रूप से नुकसान पहुंचा है, क्योंकि उस पर पत्थरबाजी की गई. सुरक्षाकर्मियों ने कहा है कि सभी तक मदद पहुंचाने से पहले वे किसी भी हाल में दम नहीं लेंगे.

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी घाटी में राहत व बचाव के काम में लगे सेना व वायुसेना कर्मियों को निशाना बनाये जाने की निंदा की और बाधा पैदा कर रहे तत्वों से इन अभियानों को चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘बाधा पैदा करने वाले ये तत्व मौके का लाभ उठाकर समस्याएं पैदा कर रहे हैं. उन्हें विभिन्न एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे अभ‍ियान में अड़चन नहीं डालना चाहिए.’ उमर ने कहा, ‘उन्हें बाद में पर्याप्त समय मिलेगा.’

वायुसेना के रोटरी विंग प्लेन को शहर में बचाव अभियान के दौरान उड़ान भरने के समय पथराव के कारण नुकसान हुआ है. वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘ऐसी भी घटनाएं हुई हैं, जब कम ऊंचाई पर उड़ रहे विमान को पत्थरों से निशाना बनाया गया. एक हेलिकॉप्टर पर कई पत्थर लगे, जिससे उसके बाहरी हिस्से और डैनों के करीब मामूली नुकसान हुआ है.’ अधिकारी ने बताया कि बहरहाल हेलिकॉप्टर वायुसेना केन्द्र तक सुरक्षित लौट गया. वहां नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

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सेना ने भी बताया कि राहत व बचाव अभियानों में लगी उसकी नौकाओं में से कुछ को पथराव करने वालों ने निशाना बनाया. हवाई अभियान के महानिदेशक एयर मार्शल एसबी देव ने बताया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग उन्हें बचा रहे हैं, उन्हीं पर हमला किया जा रहा है. लेकिन हम अपना काम नहीं छोड़ेंग. जब तब हर व्यक्ति तक मदद नहीं पहुंचेगी, हम अपना काम जारी रखेंगे.’

ऐसी भी खबरें हैं कि कुछ जगहों पर लोगों को अलगाववादी उकसा रहे हैं और वे सेना व वायुसेना द्वारा किए जा रहे बचाव कार्यों को बाधित कर रहे हैं.

एयर मार्शल एसबी देव ने कहा कि वे इस बात को समझ सकते हैं कि लोगों में गुस्सा है और उनकी उन लोगों के साथ सहानुभूति है, जिन्होंने बाढ़ में अपना सब कुछ गंवा दिया. उन्होंने कहा, ‘हम अपना दायित्व निभा रहे हैं और जिसके लिए हमने 80 से अधिक विमान लगा रखे हैं. आप देख सकते हैं कि प्रत्येक तीन मिनट में एक विमान उड़ान भर रहा है. हम पीछे नहीं हटेंगे.’

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