कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों ने मौजूदा पूरे साल आतंकवादियों पर दबाव बनाए रखा है. 1 जनवरी से 8 नवंबर तक 'ऑपरेशन ऑल आउट' में सुरक्षा बल 178 से ज्यादा आतंकवादियों को ढेर कर चुके हैं. आतंकवादी इतनी बौखलाहट में हैं कि उन्हें घाटी में अपनी उपस्थिति जताने के लिए भी वीडियो जैसे हथकंडों का सहारा ले रहे हैं.
हाल ही में 'जैश-ए-मोहम्मद' और 'हिजबुल मुजाहिद्दीन' के आतंकवादियों का ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें वो हथियार लहराते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो के जरिए आंतकियों की ओर से ये दिखाने की कोशिश हो रही है कि घाटी में अब भी उनकी पैठ बनी हुई है. हालांकि हकीकत ये है कि सुरक्षा बलों के 'ऑपरेशन ऑल आउट' ने घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों की कमर तोड़ के रख दी है.
अब तक इस ऑपरेशन में हिजबुल मुजाहिद्दीन के 43 आतंकवादी, लश्कर-ए-तैयबा के 51 और जैश-ए-मोहम्मद के 15 आतंकवादी ढेर किए जा चुके हैं. इनके अलावा 69 आतंकवादी ऐसे भी मारे गए जिनके बारे में ये पता लगाया जाना बाकी है कि उनका ताल्लुक किन आतंकी संगठनों से था.
'ऑपरेशन ऑल आउट' से सरहद पार पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका भी भन्नाए हुए हैं. यही वजह है कि वे घाटी में आतंकियों की बड़ी संख्या में घुसपैठ कराने की फिराक में हैं. खुफिया रिपोर्ट बताती हैं कि घाटी में कड़ाके की ठंड बढ़ने से पहले ही घुसपैठ की कोशिशों में तेजी आ सकती है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की ओर से लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन को घुसपैठ तेज करने और ठंड बढ़ने के बाद भी घाटी में हमले करने के लिए कहा गया है. बता दें कि अधिक बर्फ पड़ने के बाद घुसपैठ के रास्ते बंद हो जाते हैं.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से आतंकियों को स्पेशल जैकेट, विंटर ट्राउजर्स, विंटर बूटस, स्लीपिंग बैग और नए विदेशी हथियार दिए गए हैं. पाकिस्तान इस फिराक में है कि जम्मू और कश्मीर में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दिया जाए. सरहद पार से होने वाली ऐसी किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सुरक्षा बल पूरी तरह मुस्तैद है.