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कश्मीर में सामान्य हो रहा जनजीवन, पुंछ में सोमवार से खुलेंगे स्कूल, टेलीफोन सेवा शुरू

पुंछ जिले के डिप्टी कमिश्नर राहुल यादव ने आदेश जारी कर कहा है कि 19 अगस्त से सभी प्राइमरी और मिडिल स्कूल खुल जाएंगे लेकिन हाई स्कूल, इंटर और डिग्री कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे.

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जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव रोहित कंसल (फोटो - IANS)
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव रोहित कंसल (फोटो - IANS)

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जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद अब वहां हालात सामान्य होने लगे हैं. घाटी में मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने पुंछ जिले में 19 अगस्त यानी कि सोमवार से सभी मिडिल और प्राइमरी स्कूल को फिर से खोलने की इजाजत दे दी है. बता दें कि आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद हिंसा और कानून-व्यवस्था खराब होने की आशंका को देखते हुए घाटी के सभी शिक्षण संस्थानों को प्रशासन ने बंद करवा दिया था.

पुंछ जिले के डिप्टी कमिश्नर राहुल यादव ने आदेश जारी कर कहा है कि 19 अगस्त से सभी प्राइमरी और मिडिल स्कूल खुल जाएंगे लेकिन हाई स्कूल, इंटर और डिग्री कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे.

इतना ही नहीं स्थानीय प्रशासन घाटी में जनजीवन को सामान्य बनाने के लिए सभी जरूरी सेवाओं को भी धीरे-धीरे शुरू कर रहा है. इसी के तहत 12 दिनों से बंद 96 टेलीफोन एक्सचेंजों में से 17 को बहाल कर दिया गया है और 35 थानों से प्रतिबंध हटा लिया गया है. राज्य में राष्ट्रपति शासन की कमान संभाल रहे राज्यपाल की तरफ से कहा गया है कि उत्तर, दक्षिण और मध्य कश्मीर क्षेत्र के 35 पुलिस स्टेशनों से प्रतिबंध हटा दिया गया है.

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लोगों की जरूरत को देखते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा, 'कई टेलीफोन एक्सचेंजों को चालू कर दिया गया है और कई दूसरे एक्सचेंजों को कल (रविवार) शाम तक बहाल किया जा सकता है.'

लैंडलाइन सर्विस समान्य

उन्होंने कहा कि जम्मू डिवीजन में लैंडलाइन सर्विस समान्य रूप से काम कर रही है, जबकि पांच जिलों में मोबाइल सर्विस को बहाल कर दिया गया है. कश्मीर में लगे प्रतिबंधों पर बात करते हुए कंसल ने कहा कि घाटी के 35 पुलिस स्टेशनों से प्रतिबंध हटा लिया गया है. कंसल ने कहा कि सड़कों पर यातायात की आवाजाही एक अच्छा संकेत है और यही सूचना ग्रामीण क्षेत्रों से भी आई है.

घाटी के माजूदा हालात के बारे में बताते हुए कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) स्वयंवर प्रकाश पाणि ने कहा, 'प्रशासन स्थिति का आकलन कर रहा है. धीरे-धीरे ढील दी जा रही है.'

बता दें कि एहतियात के तौर पर घाटी के कई नेताओं को उन्हीं के घर में नजरबंद किया गया है, जिनमें राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्री- डॉ.फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं.

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