अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस के अंदर ही जंग छिड़ गई है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के बाद अब दिग्विजय सिंह ने 370 को हटाने के फैसले का समर्थन करने वाले कांग्रेसियों पर निशाना साधा. इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) से कहा कि हमें आपसे देशभक्ति सीखने की जरूरत नहीं है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप (बीजेपी) आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के साथ खड़े थे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी के जो लोग 370 पर सरकार के फैसले का समर्थन कर रहे हैं, मैं उनसे सहमत नहीं हूं. उनको इतिहास की जानकारी नहीं. हम सरकार के 370 को हटाने का विरोध नहीं कर रहे. हम हटाने के तरीके का विरोध कर रहे हैं. बिना स्थानीय सियासी दलों से बात किए ये फैसला लिया जा रहा है. अब कश्मीर के लोगों को कौन समाझएगा.
अनुच्छेद 370 पर मोदी सरकार के फैसले से कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई है. मिलिंद देवड़ा, दीपेंद्र हुड्डा, अदिति सिंह समेत कई कांग्रेसी नेता फैसले के साथ हैं. कांग्रेस नेताओं के इस बागी तेवर से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद नाराज हैं. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिन लोगों को जम्मू-कश्मीर और कांग्रेस का इतिहास नहीं पता है, उन लोगों से मुझे कोई लेना-देना नहीं है. वो पहले कश्मीर और कांग्रेस का इतिहास पढ़े, फिर कांग्रेस में रहे.
I totally agree with Rahul ji. Modi ji and Amit Shah ji want Kashmir without Kashmiris and without all the mainstream Political Parties and those who have fought the Secessionists for more than 70 years. https://t.co/mkOkkl0eWV
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 6, 2019
कांग्रेस ने दोनों सदनों में किया है विरोध
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा और फिर मंगलवार को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को पेश किया था. सोमवार को जब राज्यसभा में ये बिल आया तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया. कांग्रेस की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन बताया था.