राज्यसभा में कांग्रेस के व्हिप भुवनेश्वर कलिता ने सोमवार को अपना इस्तीफा दे दिया. भुवनेश्वर कलिता ने कहा कि आज कांग्रेस ने मुझे कश्मीर मुद्दे के बारे में व्हिप जारी करने को कहा, जबकि सच्चाई ये है कि देश का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है और ये व्हिप देश की जन भावना के खिलाफ है.
भुवनेश्वर कलिता ने कहा कि पंडित नेहरू ने खुद अनुच्छेद 370 का विरोध किया था और कहा था कि एक दिन घिसते-घिसते यह खत्म हो जाएगा. आज की कांग्रेस की विचारधारा से लगता है कि कांग्रेस आत्महत्या कर रही है और मैं इसमें कांग्रेस का भागीदार नहीं बनना चाहता हूं. मैं इस व्हिप का पालन नहीं करूंगा और मैं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देता हूं.
Congress leader Bhubaneswar Kalita on his resignation from Rajya Sabha today: The resignation has been accepted. I will not analyse the reasons now, maybe tomorrow or day after, I will explain them to you. pic.twitter.com/inCCI9nOtP
— ANI (@ANI) August 5, 2019
भुवनेश्वर कलिता ने कहा कि आज की कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व पूरी तरह से पार्टी को तबाह करने का काम कर रही है. मेरा मानना है कि अब इस पार्टी को तबाह होने से कोई नहीं बचा सकता.
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने का प्रस्ताव पेश किया. यह अनुच्छेद जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देता है. प्रस्ताव के अनुसार, जम्मू कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया जाएगा. इसमें जम्मू कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश रहेगा, वहीं लद्दाख दूसरा केंद्र शासित प्रदेश होगा.
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शाह ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विधानसभा होगी लेकिन लद्दाख में विधानसभा नहीं होगी. उन्होंने कहा कि यह कदम सीमा पार आतंकवाद के लगातार खतरे को देखते हुए उठाया गया है. अमित शाह के बयान के बीच हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई.