जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का शुक्रवार को 40वां दिन है. घाटी में अब हालात सामान्य हो रहे हैं. घाटी के ज्यादातर जिलों से पाबंदियां हटा ली गई हैं. हालांकि, जुमे की नमाज को देखते हुए श्रीनगर की सभी बड़ी मस्जिदों में नमाज की इजाजत नहीं दी गई है. श्रीनगर के सभी स्कूल खुले हैं लेकिन बच्चों की संख्या कम है. दुकानें खुली हैं और ग्राहक सामान लेते देखे जा रहे हैं.
सड़कों पर निजी वाहन देखे जा सकते हैं लेकिन सरकारी गाड़ियां नदारद हैं. ट्रांसपोर्ट की बसें भी नहीं देखी जा रहीं. लोग अपनी निजी गाड़ियों से ज्यादा काम चला रहे हैं.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि राज्य में हालात सामान्य होने के करीब है. यहां अधिकतर जिलों से लगभग पाबंदियां हटा दी गई हैं. उन्होंने पुलिस के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आसिफ मकबूल भट के मारे जाने के बाद एक प्रेस वार्ता में कहा, "हम हालात सामान्य करने के काफी करीब हैं. अगर आप पूरे राज्य का संदर्भ लेते हैं तो, जम्मू के सभी 10 जिले पूरी तरह से सामान्य हो गए हैं. सभी स्कूल, कॉलेज और कार्यालय खुले हैं. लोग बिना किसी समस्या के अपना काम कर रहे हैं."
डीजीपी ने कहा कि लेह और कारगिल जिलों में भी हालात सामान्य है. उन्होंने कहा, "मैंने लेह और कारगिल का दौरा किया है. वहां पूरी तरह से जनजीवन सामान्य है. वहां निश्चित ही कोई पाबंदी नहीं है. उन क्षेत्रों में जहां पाबंदी है, वहां भी हम धीरे-धीरे पाबंदी हटाने की कोशिश कर रहे हैं."
दिलबाग सिंह ने कहा कि 90 प्रतिशत क्षेत्र पाबंदी से मुक्त हैं और 100 प्रतिशत टेलीफोन एक्सचेंज काम कर रहे हैं. जम्मू कश्मीर सूचना और जनसंपर्क विभाग के अनुसार, चार सितंबर की रात से सभी टेलीफोन एक्सचेंज को खोल दिया गया है.(एजेंसी से इनपुट)