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कठुआ मामले में पार्टी के कहने पर स्थिति संभालने गए थे दोनों मंत्री: निर्मल सिंह

निर्मल सिंह ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने इसे दूसरा रंग देते हुए पोलेराइज करने की कोशिश की. निर्मल सिंह का कहना है कि हमारे दोनों मंत्रियों से कुछ शब्दावली में शब्दों में कुछ जरूर बोला गया.

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निर्मल सिंह
निर्मल सिंह

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जम्मू- कश्मीर के उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने इस्तीफा देने वाले दोनों मंत्रियों का बचाव करते हुए कहा कि दोनों मंत्री पार्टी के कहने पर रैली में गए थे. दोनों मंत्री वहां स्थिति को संभालने गए थे क्योंकि हाईवे जाम था और लोग पलायन कर रहे थे. पुलिस को लेकर सवाल उठ रहे थे और इस स्थिति को संभालने के लिए दोनों मंत्री वहां गए थे.

निर्मल सिंह ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने इसे दूसरा रंग देते हुए पोलराइज करने की कोशिश की. निर्मल सिंह का कहना है कि हमारे दोनों मंत्रियों ने जो कुछ बोला उसका गलत मतलब निकाला गया, जिसकी वजह से उनको नैतिक ग्राउंड पर इस्तीफा देना पड़ा. हमारी सरकार की हमेशा से यह नीति रही है कि बच्ची को न्याय मिलना चाहिए, फेयर ट्रायल होना चाहिए लेकिन किसी भी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए.

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निर्मल सिंह ने कहा कि हमारे दोनों मंत्रियों ने मॉरल ग्राउंड पर इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा कि हमारे दोनों मंत्री वहां हालात को काबू करने गए थे और उन्होंने वहां जाकर हालात को संभालने की कोशिश की. लेकिन पूरी दुनिया में अलग माहौल बना दिया गया और इसे दूसरा रंग देने की कोशिश की गई.

निर्मल सिंह का कहना है कि जिन्होंने मामला उठाया वो कांग्रेस के साथ जुड़े हुए लोग हैं. जिस प्रकार कांग्रेस पूरे देश में धर्म- जाति के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है. राज्य में कांग्रेस यह सब करवा रही थी. कांग्रेस अपने लोगों को आगे करके माहौल खराब करवा रही थी और कैंडल मार्च हो रहे थे.

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में बच्ची के साथ जो कुछ भी हुआ, कांग्रेस ने उसे दूसरा रंग देने की कांग्रेस की. बच्ची के साथ जो कुछ भी हुआ हमें उसका बड़ा अफसोस है. उन्होंने कहा कि हमारे दो मंत्रियों से जो गलती हुई थी वह शब्दावली की गलती थी. उनकी मंशा गलत नहीं थी.

उन्होंने कहा कि मामला सामने आने के पहले दिन से ही मामले की जांच की गई. जम्मू-कश्मीर सरकार ने मामले में कोई कोताही नहीं बरती. हम चाहते थे कि फ्री ट्रायल हो और मामले की सही जांच होनी चाहिए. हम जजमेंट के हक में हैं और बच्ची को न्याय मिलना चाहिए. इस मामले में हमारे दोनों मंत्रियों ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दे दिया.

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बता दें कि कठुआ में हुए गैंगरेप के आरोपियों के बचाव में रैली हुई थी जिसमें बीजेपी के दो मंत्री भी शामिल हुए थे, जिसे लेकर हंगामा हुआ था और बाद में दोनों मंत्रियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था.

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