जम्मू कश्मीर के कुलगाम में एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया है. हालांकि इस मुठभेड़ में एसओजी के डीएसपी अमन ठाकुर समेत दो जवान भी शहीद हो गए. वहीं सेना का मेजर रैंक का एक अधिकारी और एक जवान इस मुठभेड़ में घायल हो गए. मारे गए तीनों आतंकी पुलवामा हमले के गुनहगार आतंकी संगठन जैश-ए मोहम्मद के हैं.
पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कुलगाम के तुरिगाम इलाके में कुछ आतंकी छिपे हैं. इसके बाद एसओजी टीम समेत दूसरे सुरक्षाबल मौके पर पहुंचे और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया. इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई, जिसमें डीएसपी अमन ठाकुर और उनके सहयोगी हवलदार घायल हो गए.
डीएसपी अमन ठाकुर को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जबकि एक और जवान की भी शहादत हो गई. जबकि मेजर रैंक के अधिकारी समेत एक और जवान जख्मी हैं.
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही सुरक्षा बलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज कर दिया है. हाल ही में सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी गाजी राशिद उर्फ कामरान को मौत के घाट उतार दिया था. जैश आतंकी गाजी 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था.
गाजी के अलावा एक लोकल जैश-ए-मोहम्मद आतंकी हिलाल को भी सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. हालांकि, इस मुठभेड़ में सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे. वहीं शुक्रवार को सोपोर में भी सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को ढेर कर दिया था. सुरक्षा बलों ने आतंकियों के पास से भारी मात्रा में असलहे बरामद किए हैं.
सेना चला रही है ऑपरेशन-60
बताया जा रहा है कि घाटी में करीब 60 आतंकी सक्रिय हैं. इसमें 35 पाकिस्तानी आतंकी हैं. इन आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों ने अभियान छेड़ रखा है. इस अभियान का नाम ऑपरेशन-60 रखा गया है. इसके पहले सेना ने ऑपरेशन-25 चलाया था. इसके तहत सुरक्षाबलों ने आतंकी गाजी राशिद को मार गिराया था.
देश ने 45 जवानों को खोया
एक ओर जहां सुरक्षा बल आतंकियों को ढेर कर रहे हैं, तो वहीं पिछले कुछ दिनों में 45 जवान शहीद भी हुए हैं. 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में ही 40 जवान शहीद हो गए थे.
इस हमले के ठीक दो दिन बाद यानि 16 फरवरी को जम्मू कश्मीर के रजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर बारूदी सुरंग के विस्फोट में मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट शहीद हो गए. इसके दो दिन बाद यानि 18 फरवरी को पुलवामा के पिंगलिना में एक मुठभेड़ के दौरान सेना के एक मेजर समेत जवान शहीद हो गए. यानि पिछले एक हफ्ते में हमारे 45 जवान शहीद हो चुके हैं.