जम्मू और कश्मीर से धारा 370 को खत्म किए एक साल होने वाला है. ऐसे में एनआईए ने नगरोटा में जैश के छह आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की पूरी तैयारी कर ली है. नगरोटा के टोल प्लाजा पर इस साल की शुरुआत में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी.
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इस मामले में जम्मू की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट फाइल की जाएगी. चार्जशीट में कहा गया है कि पाकिस्तान समर्थित जैश के आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने वाले थे. 31 जनवरी को सतर्क सुरक्षाबलों ने इस हमले को नाकाम कर दिया था. नगरोटा में सीआरपीएफ पोस्ट के पास आतंकवादियों की ओर से हुई फायरिंग के बाद जवाबी फायरिंग में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया था, इस दौरान एक जवान घायल भी हो गया था. दूसरी तरफ, तीन आतंकियों को भी गिरफ्तार किया गया था.
पुलवामा हमले में 40 जवान हुए थे शहीद
पुलवामा आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार के भाई समीर अहमद डार की गिरफ्तारी से यह साजिश सामने आई थी. जैश आतंकी समीर को एनकाउंटर साइट से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जिंदा पकड़ा था. समीर डार तीन फिदायीन और ओवर ग्राउंड वर्कर्स के साथ ट्रक पर जा रहा था. वह पुलवामा आत्मघाती हमलावर आदिल अहम डार का कजिन भाई भी है. आदिल ने ही पुलवामा हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे.
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आतंकी साजिश में एनआईए ने अपनी चार्जशीट में किसी भी पाकिस्तानी का नाम नहीं दिया है. एनआईए अधिकारियों ने बताया, 'हमें जांच में कई पाकिस्तानियों के फोन नंबर और व्हाट्सएप चैट मिले हैं. उनके असली नाम का पता नहीं है. अगस्त में पुलवामा हमले पर एक विस्तृत रिपोर्ट दायर की जाएगी, जिसमें पाकिस्तान-जैश के ब्योरे को आतंकवादी साजिश से जोड़ा जाएगा.'