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जम्मू-कश्मीर में सरकार के फैसले से आतंकी परेशान, हमला करने की फिराक में

जम्मू और कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद आतंकी संगठन एक्टिव हो गए हैं. जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सैन्य हलचल के बाद आत्मघाती हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं.

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जम्मू-कश्मीर में सेना का हाई अलर्ट (सांकेतिक तस्वीर-IANS)
जम्मू-कश्मीर में सेना का हाई अलर्ट (सांकेतिक तस्वीर-IANS)

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जम्मू-कश्मीर में सुरक्षबलों की तैनाती के बाद आतंकी संगठनों की गतिविधियां बढ़ गई है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार के फैसले के बाद जैश और लश्कर की गतिविधियां तेज हो गई हैं. सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कर आतंकी आत्मघाती हमला करने की तैयारी कर रहे हैं. सेना के खिलाफ आतंकी हमला कर सकते हैं.

अभी पेशावर और मुजफ्फराबाद में आतंकी मौजूद हैं. जानकारी के मुताबिक, आतंकी सोपोर में सुरक्षा बलों पर आईईडी हमला करने की साजिश कर रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर में 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस से पहले अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती शुरू हो गई है. घाटी में अर्धसैनिक बलों के जवानों को तेजी से भेजा जा रहा है. इसके लिए सरकार ने वायुसेना के सी-17 विमान को भी लगाया है.

गृह मंत्रालय ने 25 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती का मौखिक आदेश जारी किया है. ये तैनाती उन 10 हजार जवानों से अलग है, जिसका फैसला पहले ही लिया जा चुका है.

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बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती नियमित आधार पर की जा रही है, इसके पीछे कोई बड़ा मकसद नहीं है.

चूंकी बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती हो रही है इसलिए कश्मीर घाटी में केंद्र सरकार ने वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा है. राष्ट्रीय राइफल्स और सेना की अन्य यूनिट को एलओसी और संबंधित इलाकों में तैनात किया जा रहा है. सेना का मकसद इस बार है कि जम्मू-कश्मीर से पूरी तरह आतंकवाद का खात्मा कर दिया जाए.

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