श्रीनगर शहर में एक बार फिर विवादित पोस्टर लगाया गया है. इस पोस्टर में पुलिसकर्मियों को धमकी देने के साथ लोगों को अपनी दुकानें न खोलने की चेतावनी दी गई है. इस पोस्टर पर आतंकी संगठन अल बदर का नाम लिखा है. इस पोस्टर में सुबह 8.30 बजे से दुकानें या कारोबर करने वालों को सख्त चेतावनी दी गई है. साथ ही पुलिसकर्मियों के परिवारवालों का बहिष्कार करने के लिए कहा है.
बौखलाहट इस कदर है कि आतंकी घाटी में पोस्टर चिपकाकर नौकरी पेशा लोगों को धमकाने में लगे हुए हैं. सात सितंबर को शोपियां में हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर लगाए थे. इस पोस्टर के जरिए आतंकियों ने खासकर सरकारी कर्मचारियों को धमकाने की कोशिश कर चुके हैं. इसके अलावा ट्रांसपोर्टर, सेब कारोबारियों को धमकी दी है.
यही नहीं, घाटी के लोगों में भय पैदा करने के लिए आतंकी लोगों की हत्याओं का सहारा ले रहे हैं. एक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने शनिवार को कहा, 'अलगाववादी अनुच्छेद-370 के रद्द होने के बाद जम्मू एवं कश्मीर के देश के बाकी हिस्सों से पूर्ण एकीकरण के खिलाफ एक हिंसक सार्वजनिक आक्रोश की उम्मीद कर रहे थे. उनका यह भी मानना था कि सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में नागरिक हताहत भी होंगे, मगर ऐसा कुछ हुआ नहीं.'
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 के रद्द होने के बाद घाटी की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. लेकिन यह बात आतंकवादियों और उनके आकाओं को हजम नहीं हो रही है. वो घाटी की सुधरती हालात से बेचैन हैं. आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के लोगों में डर का माहौल पैदा करने की कोशिश में लगे हुए हैं.