जम्मू-कश्मीर में 63 साल पहले बिछुड़े दो दोस्त दीवाली पर ही मिले. दिलचस्प बात ये है कि एक दोस्त पाक-अधिकृत कश्मीर से अपने परिवार के साथ यहां दीवाली मनाने आया था और जब उसने बचपन के यार को देखा, तो वक्त मानो ठहर सा गया.
एक दोस्त पीओके का निवासी
इस बार दीपावली पर जब दीए जले तो जम्मू कश्मीर में बरसों पहले बिछुड़े दो दोस्त भी मिले. जम्मू के जगदीश टंडन और पाक अधिकृत कश्मीर के अब्दुल रहमान लोन की आंखों में खुशियों की चमक साफ दिखी, जब वे 63 साल तक जुदा रहने के बाद मिले. पीओके के हटिया-दुपटा से दीवाली मनाने जम्मू आए 75 साल के अब्दुल रहमान लोन को उम्मीदें भी नहीं थी कि बचपन का यार यूं मिल जाएगा.
अमन-चैन की तलाश जारी
विभाजन की जो रेखा देशों के बीच खिंच गई थी, वो रिश्तों के प्यार को नहीं बांट सकी. दीवाली के दीयों ने मुहब्बतों की राह को रोशन किया. अब इसी रोशनी में अमन चैन की मंजिल की तलाश जारी है.