बिहार बीजेपी नेता और भारत सरकार में मध्यम-लघु उद्योग राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने जनता परिवार के एकजुटता के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डर बताया है. गुजरात के सूरत पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मीडिया से बातचीत में जनता परिवार को स्वार्थी विलय करार दिया है.
गिरिराज ने जनता परिवार के एकजुट होने को लेकर इस नए विलय के नेताओं पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कहा कि विपरीत दिशाओं में रहने वाले लोग नरेंद्र मोदी के डर से एक जुट हुए हैं भले ही वो लोग जनता परिवार कह रहे है मगर जनता तो इनके साथ है नहीं हां परिवार जरूर है वो चाहे मुलायम सिंह का परिवार हो या फिर लालू का परिवार हो.
'महाविलय बदलेगा महाप्रलय में'
गिरिराज सिंह ने कहा, 'इस विलय को देवगौड़ा जी की राजनैतिक सुरक्षा चाहिए. जनता परिवार स्वार्थ से लिप्त लोगों का मिलन है. 1977 में सरकार बनी थी कई पार्टियां बनकर जनता पार्टी बनी थी वो नीतियों के आधार पर बनी थी यह स्वार्थ के आधार पर बनी हुआ जनता परिवार का 'महाविलय' है. यह नरेंद्र मोदी के डर से है और आने वाले दिनों में ये महाविलय, महाप्रलय में बदल जाएगा जब स्वार्थों का टकराव होगा.'
'राहुल का ऐसे गायब होना दुर्भाग्यपूर्ण'
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी के स्वदेश लौटने को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की राजनीति का एक शीर्ष नेता इतने दिनों तक गायब रहता है मैंने ऐसा नेता नेता नहीं देखा है. उन्होंने कहा, 'मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वो आएं और जनता के सुख दुख से जुड़ें. लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतना बड़ा नेता गायब हो ना पार्टी को पता हो ना जनता को पता हो. आते ही अब किसानों से मिलेंगे. कांग्रेस नेता तो कह रहे थे कि राहुल भारत में ही कहीं छिपे थे.'
मसरत आलम की गिरफ्तारी पर गिरिराज ने कहा, 'गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चेतावनी दे रखी है और ये देश कभी आतंकवादियों के साथ खड़ा नहीं होगा चाहे मसरत हो या इशरत हो जो भारत विरोधी होगा वो आतंकवाद समर्थक होगा. उसे देश माफ नहीं करेगा मैं समझता हूं कि वहां की सरकार राजनाथ सिंह के इशारों को समझती होगी.'
'देश के विपक्षी नेता मोदी से राजनीति सीखें'
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में ट्विटर पर लिखे जाने को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि ये सौभाग्य की बात है देश के विपक्षी नेताओं को सीख लेकर सकारात्मक राजनीती करनी चाहिए. गिरिराज सिंह ने मोदी की तुलना स्वामी विवेकानंद से कर डाली. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के बाद नरेंद्र मोदी देश के ऐसे नेता है जिन्होंने विदेश में भारत की मान मर्यादा को बढ़ाया है.