बीजेपी के पूर्व नेता जसवंत सिंह की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. सिंह न्यूरोसर्जन और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की एक टीम की लगातार निगरानी में है. पूर्व केंद्रीय मंत्री अब भी कोमा में हैं लेकिन उनकी हालत स्थिर है. जसवंत के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार की कामना के साथ उनके अनेक समर्थकों ने आज जैसलमेर में मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में महामृत्युंजय यज्ञ शुरू किया.
76 साल के जसवंत सिंह को गुरुवार रात अपने घर में गिरने के बाद सिर में चोट लग गई थी जिसके बाद उन्हें यहां के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में उनका ऑपरेशन किया गया.
पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को जसवंत सिंह को देखने अस्पताल भी गए. मोदी ने अस्पताल में जसवंत सिंह के परिजनों से बातचीत की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
इससे पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी रेफरल अस्पताल गए और जसवंत सिंह की तबीयत के बारे में पता किया. मनमोहन ने जसवंत का इलाज कर रहे डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में पूछा.
वाजपेयी सरकार में विदेश, रक्षा और वित्त मंत्री रह चुके सिंह को इस साल के शुरू में बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने टिकट नहीं दिये जाने पर राजस्थान के बाडमेर से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया था.