भाजपा से निष्कासित वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह ने लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. भाजपा से निकाले जाने के बाद पार्टी के भारी दबाव का सामना कर रहे दार्जिलिंग के इस सांसद ने अपना इस्तीफा लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को सौंपा था, जिसे मंजूर कर लिया गया.
15वीं लोकसभा के चुनाव के बाद भाजपा ने ही जसवंत का नाम इस समिति के लिए आगे बढ़ाया था. सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के नाते उन्हें इसका अध्यक्ष बनाया गया. जसवंत द्वारा जिन्ना पर लिखी पुस्तक में उनकी सराहना किये जाने और देश के विभाजन के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं बताये जाने से उठे विवाद पर भाजपा ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था.
उसके बाद उन पर पीएसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का पार्टी की ओर से लगातार दबाव बनता रहा और इस संदर्भ में भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने उनसे अलग से मिलकर ऐसा करने का आग्रह भी किया लेकिन जसवंत नहीं माने. इस बीच उन्होंने समिति की कुछ बैठकों की अध्यक्षता भी की लेकिन अंतत: सोमवार को इस्तीफा लोकसभा अध्यक्ष को सौंप दिया.