इशरत जहां एनकाउंटर से पहले और एनकाउंटर के बाद उस वक्त के एमओएस अमित शाह और वंजारा के बीच बातचीत हुई थी. यह दावा है इशरत जहां के साथ एनकाउंटर में मारे गए जावेद के वकील मुकुल सिन्हा का.
वकील मुकुल सिन्हा ने यह दावा चार्जशीट में सीबीआई के तरफ से फाइल किये गये कॉल डिटेल्स के विश्लेषण (एनालिसिस) के बाद किया है. यह भी दावा किया गया है कि इस एनकाउंटर में इनपुट से लेकर आईबी भी शामिल है.
इशरत मामले में सीबीआई के जरिए फाइल कि गई चार्जशीट में अब कई ऐसे खुलासे हो रहे हैं, जो मोदी सरकार कि मुसीबतें बढ़ा सकते हैं.
मुकुल सिन्हा ने कहा कि जो एसआईबी के अधिकारी हैं, (वानखेड़े, सिन्हा, राजेन्द्र कुमार) ये तीनों इस साजिश के पहले दिन से अंतिम दिन तक शामिल थे. पूरे षंड्यत्र में जब तक फर्जी मुठभेड नहीं हुई, तब तक हाथ बंटा रहे थे.
अब तक क्राइम ब्रान्च के अधिकारियों ने अपनी टेस्टोमोनी में जो बयान दिये हैं, उसमें काली दाढ़ी और सफेद दाढ़ी का भी जिक्र हुआ है. चार्जशीट में फाइल सीडीआर के मुताबिक, वंजारा और तत्तकालीन एमओएस अमित शाह के बीच बातचीत हुई थी.
वकील मुकुल सिन्हा ने कहा कि गवाहों के अनुसार, इशारों में बातें की गईं. उससे पता चलता है कि काला दाढ़ी ने सफेद दाढ़ी का अंजाम देने की सहमति दी थी. मुकुल का कहना है कि इस चार्जशीट में सिर्फ आरोपियों के कॉल सीडीआर ही पेश किये गये हैं. हालांकि इसमें अमित शाह का कोई सीडीआर नहीं है. यदि अमित शाह का सीडीआर भी सीबीआई शामिल करती है तो मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी कि भूमिका को भी साफ किया जा सकता है.