जयललिता की मदद से दिल्ली की गद्दी पाने का सपने देख रहे नरेंद्र मोदी को खुद तमिलनाडु की मुख्यमंत्री की पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित करके करारा झटका दिया है. दरअसल, गुरुवार को AIADMK की जनरल मीटिंग थी. इस बैठक में एक प्रस्ताव रखा गया है जिसके बारे में जानकर मोदी और बीजेपी का सकते में आना तय है.
इस प्रस्ताव के जरिए जयललिता ने इशारों में पीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है. पार्टी का प्रस्ताव कहता कि अब तक गुजरात और पंजाब से पीएम उम्मीदवार रह चुके हैं. अब वक्त आ गया है कि देश का नेतृत्व तमिलनाडु करे.
इसके अलावा लोकसभा चुनाव में गठबंधन का फैसला पूरी तरह से जयललिता पर छोड़ दिया गया है. इशारा साफ है कि अगर कांग्रेस और बीजेपी सत्ता के लिए जरूरी आंकड़े जुटाने में नाकाम रहे तो नंबर जयललिता का भी लग सकता है.
गौर करने वाली बात यह भी है कि हाल ही में तिरुचिरापल्ली में एक रैली की वजह से मोदी तमिलनाडु गए थे तो जयललिता ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था जबकि मीडिया में ऐसी खबरें थी कि दोनों नेताओं की मुलाकात हो सकती है. यही नहीं, मोदी ने इस रैली में मंच से जयललिता की तारीफ भी की थी. बीजेपी के अन्य नेता भी अकसर ही मीडिया में एनडीए को AIADMK के समर्थन होने का दावा करते रहते हैं, पर यह पहला मौका है जब जयललिता ने अपने पत्ते खोले हैं.
AIADMK की इस जनरल मीटिंग में कई और प्रस्ताव भी पास किए गए. पार्टी का लक्ष्य अगले लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करना है ताकि एम करुणानिधि का पूरी तरह से सफाया हो सके.